जयपुर. मुरलीपुरा स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी गिर्राज शर्मा आत्महत्या मामले को लेकर परिजनों और प्रशासन के बीच सहमति (Murlipura Priest Girraj Sharma) बन गई है. इसके बाद अब शनिवार को पुजारी का अंतिम संस्कार होगा.
दरअसल शुक्रवार सुबह मंदिर के पुजारी गिरिराज शर्मा ने SMS अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. जिसके बाद परिजनों ने पुजारी का शव लेने से इनकार कर दिया था. ऐसे में प्रशासन ने कई बार परिजनों से समझाइश की लेकिन परिजन अपनी मांगों पर अड़े रहे. लेकिन देर रात परिजनों और प्रशासन के बीच कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है. शनिवार को पुजारी का अंतिम संस्कार होगा.
पुजारी की मौत के बाद उसका शव SMS अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया था. लेकिन परिजनों ने शव लेने से इनकार (priest in Jaipur sets himself on fire) कर दिया था. वार्ता के दौरान बनी सहमति के मुताबिक प्रशासन परिजनों को आर्थिक रूप से 10 लाख रुपये की सहायता उपलब्ध कराएगा. इसके अलावा पुजारी की पत्नी को विधवा पेंशन, एक डेयरी बूथ, दो बच्चियां जो 18 साल से कम उम्र की हैं उन्हें पालनहार योजना से जोड़ा जाएगा.
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वहीं दो बच्चों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा. मंदिर की पूजा पुजारी परिवार ही करेगा और मंदिर में जो समिति बनाई गई थी उसे भंग (Compensation to Family of Deceased Pujari) किया जाएगा. इन सब मुद्दों पर सहमति बनने के बाद परिजन पुजारी के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गए. शनिवार को पुजारी का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
ये था मामला: कुछ दबंग लोगों के दबाव में आकर पुजारी ने गुरुवार को पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या का प्रयास किया था, जिसके बाद पुजारी को SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया. शुक्रवार सुबह पुजारी ने दम तोड़ दिया. इस मामले को लेकर पुलिस ने 7 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की. जिसमें से करीब 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की देखरेख में पूरे मामले की जांच होगी.
4 लोग गिरफ्तारः मुरलीपुरा थाना पुलिस ने पीड़ित के पर्चा बयान के आधार पर 7 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने प्रकरण में कार्रवाई करते हुए गुरुवार देर रात मंदिर समिति के 4 सदस्य दिनेश चंद्र, मूलचंद मान, रामकिशन शर्मा और सांवरमल अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. प्रकरण में फरार चल रहे तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. गिर्राज शर्मा द्वारा मंदिर समिति सदस्यों की प्रताड़ना के चलते आत्महत्या का कदम उठाने की घटना के बाद से शहर के पुजारियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है.
परिजनों का आरोप:परिजनों का आरोप है कि पिछले कुछ समय से मंदिर समिति से जुड़े दबंग लोग उन्हें काफी परेशान कर रहे थे जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया. पुजारी की बहन का कहना है कि उनका भाई लंबे समय से इस मंदिर की पूजा कर रहा था और हाल ही में वे रक्षाबंधन पर भी उन्हें राखी बांधने आई थी, लेकिन पिछले कुछ समय से वे परेशान चल रहे थे. पंडित जी उनसे कह रहे थे कि मंदिर समिति के कुछ लोग उन्हें रोज परेशान कर रहे हैं और बीते दिन भी समिति के कुछ लोगों ने उन्हें धमकी दी थी.
स्थानीयों में गुस्सा: मंदिर के समीप रहने वाले एक शख्स ने बताया कि करीब 20 साल पहले इस मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. तब से पंडित इसकी पूजा करते आ रहे थे. पिछले कुछ समय से कॉलोनी के कुछ दबंगों ने इस मंदिर पर अपनी नीयत खराब की और इसे समिति में शामिल करने की बात कही. लंबे समय से पंडित जी को परेशान किया जा रहा था, जिसके कारण पंडित ने आत्मदाह जैसा कदम उठाया. स्थानीय लोगों ने कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.