जयपुर. राजधानी जयपुर के आमेर थाना पुलिस ने अपहरण हुए युवक को 18 घंटे में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करवाकर बड़ी सफलता हासिल की है. आमेर पुलिस ने युवक को दिल्ली से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़वाया है. आरोपी अपहरण के बाद 24 लाख रुपये की फिरौती मांग रहे थे. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी राजू मीणा और हंसराज मीणा को गिरफ्तार किया है, जबकि फरार तीसरे आरोपी जितेंद्र की तलाश की जा रही है. डीसीपी ऋचा तोमर, एडिशनल डीसीपी सुमित गुप्ता के निर्देशन में एसीपी आमेर सौरभ तिवारी और एसएचओ आमेर शिवनारायण यादव के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
पुलिस के मुताबिक 20 जुलाई को देर शाम हरकेश मीणा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि उसका भाई राजमल मीणा को परीक्षा दिलाने के लिए ताऊ का लड़का जीतू कूकस लेकर गया था. जीतू परीक्षा देने के लिए अंदर चला गया. विजय, रामकेश, खुशीराम, विनोद और राजमल सब मीणा के ढाबे पर बैठे थे. इस दौरान राजमल मीणा को के मोबाइल पर फोन किया तो उसका फोन नहीं लगा. हरिकेश ने राजमल का दोस्त विजय को फोन किया तो उसने बताया कि राजमल को मोटरसाइकिल से कोई लोग ले गए हैं.
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2 दिन तक आरोपी ने राजमल को फोन बंद कर अपने पास रखा. आरोपियों ने राजमल को छोड़ने के एवज में 24 लाख रुपये की मांग की. पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की. मामले को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया गया. डीसीपी ऋचा तोमर और एडिशनल डिसटीसी सुमित गुप्ता के निर्देशन में स्पेशल टीम का गठन किया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने युवक की तलाश शुरू की. पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया कि युवक को छोड़ने की एवज में आरोपी 24 लाख रुपए की लगातार मांग कर रहे थे. रुपए नहीं देने पर युवक को जान से मारने की धमकी दी गई थी.
पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश करते हुए अलवर पहुंची. जहां पर जानकारी में सामने आया कि युवक का अपरहण दिल्ली में किया गया है. इसके बाद पुलिस की टीम दिल्ली गई और रात के समय युवक की तलाश की गई. दिल्ली के संगम विहार एरिया में जाल बिछाकर अपहरण किए गए युवक राजमल मीणा को पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया. युवक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.