जयपुर. राजधानी जयपुर की नॉर्थ जिला पुलिस ने चैन स्नैचिंग, मोबाइल स्नैचिंग और बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. डीएसटी नॉर्थ शास्त्री नगर और माणक चौक थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से 7 दुपहिया वाहन, एक सोने की चेन, 21 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया गया है.
गैंग ने जयपुर शहर में 7 चैन स्नैचिंग और 500 मोबाइल स्नैचिंग की वारदात करना कुबूल किया है. गिरोह के तार मेवात से जुड़े हुए हैं. पुलिस ने आरोपी सोहेल उर्फ भल्ला, शाहरुख खान, इस्माइल, वसीम, नदीम उर्फ कल्लू, इरशाद खान और कयूम खान को गिरफ्तार किया है. डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि जयपुर शहर में स्मैक का नशा करने वाले नशेड़ी युवक स्मैक के पैसे जुटाने के लिए मोटरसाइकिल चुराते हैं और उसके बाद स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम देते हैं. जिसके बाद पुलिस ने सोहेल, शाहरुख खान और इस्माइल को गिरफ्तार किया.
आरोपियों ने पूछताछ में गैंग के दूसरे सदस्यों के बारे में बताया. इसके बाद बीएसटी नॉर्थ पुलिस की टीम और माणक चौक थाना पुलिस की टीम ने आरोपी वसीम और नदीम उर्फ कल्लू को दस्तयाब कर चोरी की मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और सोने की चेन बरामद की.
आरोपी नशे के आदतन अपराधी हैं. आरोपी पहले नशे के लिए पैसे जुटाने के लिए मोटरसाइकिल चोरी करते थे. फिर चोरी की मोटरसाइकिल से चैन स्नैचिंग और मोबाइल स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देते थे और चोरी की मोटरसाइकिल, मोबाइल, सोने की चेन और अन्य सामान को बेचने के लिए मेवात में कयूम खान और इरशाद खान के पास लेकर जाते थे. कयूम और इरशाद दोनों हैकर हैं, जो लैपटॉप के द्वारा सॉफ्टवेयर के माध्यम से हर प्रकार के मोबाइल का लॉक तोड़ देते हैं.
मोबाइल के लॉक तोड़कर उन्हें मोबाइल फोन से देश में ठगी की वारदात करके मोबाइल डिस्मेंटल कर मोबाइल के पार्ट को मेवात में ही बेच दिया जाता था. पुलिस की जांच के दौरान मेवात की कई सक्रिय गैंगों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. पुलिस की टीम दबिश देकर अन्य आरोपियों की धरपकड़ की तैयारी कर रही है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.
चित्तौड़गढ़ में फर्जी पुलिसवाले गिरफ्तार
फर्जी पुलिसकर्मी बनकर लोगों को ठगने वाले दो शातिर ठगों को निम्बाहेड़ा की सदर थाना पुलिस ने नाकाबन्दी के दौरान गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी, एटीएम, पुलिस की फर्जी आईडी कार्ड मिला है. चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने बताया कि वंडर चौराहे पर पुलिस की नाकाबंदी थी. इस दौरान नीमच की तरफ से एक कार आई, जिसको जांच करने के लिए पुलिस ने रुकवाया. चालक सीट के पास बैठे व्यक्ति ने निंबाहेड़ा सदर थाना पुलिस को पुलिस की आईडी दिखाई.
आईडी दिखाने पर पुलिसकर्मी ने चालक को नीचे उतरने को कहा. लेकिन चालक कार को भगाने का प्रयास करने लगा तो पुलिस को शक हुआ और गाड़ी रुकवाकर तलाशी ली गई तो कार से पुलिस की फर्जी आईडी, पुलिस वर्दी की सामग्री मिली. जिसके बाद आरोपियों से पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया.