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प्रमोशन के लिए जल संसाधन के कनिष्ठ अभियंताओं का धरना, कहा- यदि 'डीपीसी' नहीं की गई तो यही मनाएंगे दीवाली

राजधानी में जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने मंगलवार को राजस्थान इंजीनियर्स एकता मंच के बैनर तले धरना प्रदर्शन कर विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) करने की मांग की. कनिष्ठ अभियंताओं में डीपीसी नहीं होने के कारण आक्रोश है और उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी डीपीसी नहीं की गई तो वह दिवाली यही मनाएंगे.

Outrage over junior engineers of Water Resources Department due to not having DPC, jaipur news, जयपुर न्यूज
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Published : Oct 22, 2019, 5:43 PM IST

जयपुर. राजधानी में जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने मंगलवार को राजस्थान इंजीनियर्स एकता मंच के बैनर तले धरना प्रदर्शन कर डीपीसी करने की मांग की. बता दें कि प्रदर्शन कर रहे जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने कहा कि कनिष्ठ अभियंता सिविल (डिग्री) से सहायक अभियंता सिविल (डिग्री) पद की अंतिम बार साल 2014-15 को डीपीसी की गई थी. विभाग में साल 2014-15 के बाद पिछले 5 सालों से सहायक अभियंता सिविल (डिग्री) की डीपीसी नहीं की गई है.

डीपीसी नहीं होने से जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं में आक्रोश

जल संसाधन विभाग में कार्यरत 124 नियमित नियुक्त कनिष्ठ अभियंता (सिविल और डिग्री) कार्यरत हैं, जो कि सहायक अभियंता पद की साल 2018-19 की डीपीसी में पदोन्नति के लिए योग्यता रखते हैं और विचरण सीमा के अंदर आ रहे हैं. फिर भी उनकी पदोन्नति नहीं हो पा रही है. कनिष्ठ अभियंताओ ने बताया कि डीपीसी नहीं होने के कारण उन्हें मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ रही है और उनके अधिकारों पर कुठाराघात भी हो रहा है. कनिष्ठ अभियंताओं ने बताया कि राजस्थान के सभी निर्माण विभाग में अभियंताओं की डीपीसी हो चुकी है. जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं की डीपीसी रुकी हुई है.

पढ़ेंः जयपुर में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 5 दिन में 15 स्टैंडिंग वारंटी गिरफ्तार

इससे पहले भी प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन विभाग को इसके बारे में अवगत करा कर ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई इस मामले में नहीं हुई है. प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ अभियंताओं ने साफ कर दिया है कि उनका धरना प्रदर्शन मांग नहीं माने जाने तक जारी रहेगा. यदि उन्हें धरना स्थल पर ही दिवाली मनानी पड़ी तो वे धरना स्थल पर ही दीवाली मनाएंगे. इस दौरान नंदराम गुर्जर, दयाराम चौधरी, युधिष्ठिर मीणा मौजूद रहे.

जयपुर. राजधानी में जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने मंगलवार को राजस्थान इंजीनियर्स एकता मंच के बैनर तले धरना प्रदर्शन कर डीपीसी करने की मांग की. बता दें कि प्रदर्शन कर रहे जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने कहा कि कनिष्ठ अभियंता सिविल (डिग्री) से सहायक अभियंता सिविल (डिग्री) पद की अंतिम बार साल 2014-15 को डीपीसी की गई थी. विभाग में साल 2014-15 के बाद पिछले 5 सालों से सहायक अभियंता सिविल (डिग्री) की डीपीसी नहीं की गई है.

डीपीसी नहीं होने से जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं में आक्रोश

जल संसाधन विभाग में कार्यरत 124 नियमित नियुक्त कनिष्ठ अभियंता (सिविल और डिग्री) कार्यरत हैं, जो कि सहायक अभियंता पद की साल 2018-19 की डीपीसी में पदोन्नति के लिए योग्यता रखते हैं और विचरण सीमा के अंदर आ रहे हैं. फिर भी उनकी पदोन्नति नहीं हो पा रही है. कनिष्ठ अभियंताओ ने बताया कि डीपीसी नहीं होने के कारण उन्हें मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ रही है और उनके अधिकारों पर कुठाराघात भी हो रहा है. कनिष्ठ अभियंताओं ने बताया कि राजस्थान के सभी निर्माण विभाग में अभियंताओं की डीपीसी हो चुकी है. जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं की डीपीसी रुकी हुई है.

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इससे पहले भी प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन विभाग को इसके बारे में अवगत करा कर ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई इस मामले में नहीं हुई है. प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ अभियंताओं ने साफ कर दिया है कि उनका धरना प्रदर्शन मांग नहीं माने जाने तक जारी रहेगा. यदि उन्हें धरना स्थल पर ही दिवाली मनानी पड़ी तो वे धरना स्थल पर ही दीवाली मनाएंगे. इस दौरान नंदराम गुर्जर, दयाराम चौधरी, युधिष्ठिर मीणा मौजूद रहे.

Intro:जयपुर। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने मंगलवार को राजस्थान इंजीनियर्स एकता मंच के बैनर तले
धरना प्रदर्शन कर डीपीसी करने की मांग की। कनिष्ठ अभियंताओं में डीपीसी नहीं होने के कारण आक्रोश है और उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी डीपीसी नहीं की गई तो वह दिवाली यही मनाएंगे।


Body:प्रदर्शन कर रहे जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं ने कहा कि कनिष्ठ अभियंता सिविल (डिग्री) से सहायक अभियंता सिविल (डिग्री) पद की अंतिम बार वर्ष 2014 -15 को डीपीसी की गई थी। विभाग में वर्ष 2014 -15 के बाद पिछले 5 वर्षों से सहायक अभियंता सिविल (डिग्री ) की डीपीसी नहीं की गई है।
जल संसाधन विभाग में कार्यरत 124 नियमित नियुक्त कनिष्ठ अभियंता ( सिविल और डिग्री ) कार्यरत है जो कि सहायक अभियंता पद की वर्ष 2018 19 की डीपीसी में पदोन्नति के लिए योग्यता रखते हैं और विचरण सीमा के अंदर आ रहे हैं। फिर भी उनकी पदोन्नति नही हो पा रही है। कनिष्ठ अभियंताओ ने बताया कि डीपीसी नहीं होने के कारण उन्हें मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ रही है और उनके अधिकारों पर कुठाराघात भी हो रहा है।
कनिष्ठ अभियंताओ ने बताया कि राजस्थान के सभी निर्माण विभाग में अभियंताओं की डीपीसी हो चुकी है। जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंताओं की डीपीसी रुकी हुई है।
इससे पहले भी प्रमुख शासन सचिव जल संसाधन विभाग को इसके बारे में अवगत करा कर ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही इस मामले में नहीं हुई है। प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ अभियंताओं ने साफ कर दिया है कि उनका धरना प्रदर्शन मांग नहीं माने जाने तक जारी रहेगा। यदि उन्हें धरना स्थल पर ही दिवाली मनानी पड़ी तो वे धरना स्थल पर ही दीवाली मनाएंगे। इस दौरान नंदराम गुर्जर, दयाराम चौधरी, युधिष्ठिर मीणा मौजूद थे।

बाईट विनोद पूनिया, सचिव, राजस्थान इंजीनियर्स एकता मंच



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