जालोर: जिले के जवाई बांध से अपना हक दिलाने और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का क्लेम दिलाने की मांग को लेकर किसानों का महापड़ाव आठवें दिन भी जारी रहा. इस दौरान किसानों ने बुधवार को जालोर बंद का आह्वान किया, जिसके बाद शहर के अलग-अलग 30 से ज्यादा संगठनों ने भारतीय किसान संघ के आह्वान पर जालोर बंद को अपना समर्थन दिया.
वहीं, हजारों की संख्या में किसान जिला कलेक्ट्रेट के सामने पानी की मांग को लेकर उग्र आन्दोलन करेंगे. भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष रतनसिंह कानीवाड़ा ने बताया कि किसानों के फसल बीमा की अर्जियां पटवार मंडलों की अपील के रूप में जयपुर कार्यालय में पड़ी हैं, जो करीब सवा सौ करोड़ रुपये का बीमा है. वह समय पर किसानों को दिलाने, जवाई नदी के नेचुरल फ्लो पर बने जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करने की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के आह्वान पर 19 नवंबर से जिला कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव चल रहा है.
पढ़ें : जवाई नदी पुनर्जीवित करने के अमित शाह के वादे को लेकर जालोर में किसानों का महापड़ाव, रखी ये मांगें
इस महापड़ाव के आठ दिन बीते चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने सुध नहीं ली है. जिसके कारण किसान नाराज हैं और बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट के सामने उग्र आन्दोलन की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने जालोर बंद की जानकारी के लिए किसान संघ के पदाधिकारियों द्वारा जालोर, आहोर, सायला, बागोड़ा व भीनमाल उपखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में ढोल व रेडियो घुमाकर किसानों को जिला मुख्यालय पर बुलाया जा रहा है.