जयपुर. जयपुर नगर निगम राजस्व इकट्ठा करने के लिए अपनी जमीनों को बेचेगा. इस मानसून में जयपुर ग्रेटर और हेरिटेज नगर निगम की ओर से शहर के मोक्षधाम और कब्रिस्तानों में सघन पौधरोपण कराया जाएगा. साथ ही आगामी 4 दिनों में सभी पार्क और उद्यानों की व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया जाएगा.
वहीं, आमजन के श्वानों के रजिस्ट्रेशन के लिए भी ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की जाएगी. नगर निगम आयुक्त दिनेश यादव ने सोमवार को रिव्यू मीटिंग लेते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. जयपुर नगर निगम की आर्थिक स्थिति बेहद नाजुक है. ऐसे में निगम प्रशासन का पूरा फोकस राजस्व इकट्ठा करने पर है. निगम प्रशासन अब अपनी जमीनों का ऑक्शन कर राजस्व इकट्ठा करने की तैयारी कर रहा है. वहीं, विजिलेंस टीम के माध्यम से सरकारी जमीनों पर हो रहे अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज की जा रही है.
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सोमवार को निगम परिसर में हुई रिव्यू मीटिंग में ग्रेटर नगर निगम आयुक्त दिनेश यादव ने राजस्व, विजिलेंस, उद्यान, पशु प्रबंधन और जन्म मृत्यु रजिस्ट्रेशन संबंधित अधिकारियों की मीटिंग ली. इस दौरान राजस्व इकट्ठा करने के निर्देश के साथ-साथ मानसून में मोक्षधाम और कब्रिस्तानों को हरा-भरा करने के निर्देश दिए गए. साथ ही सड़क किनारे उपलब्ध भूमि पर वृक्षारोपण करने और 4 दिनों में शहर के सभी पार्कों और उद्यानों की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए. इस दौरान आमजन को श्वानों के रजिस्ट्रेशन में सहूलियत देने के लिए नगर निगम की ओर से जल्द ऑनलाइन व्यवस्था शुरू करने के लिए भी निर्देशित किया गया.
बता दें कि वर्तमान में निगम की ओर से यूडी टैक्स का निर्धारण और जमा कराने की सुविधा ऑनलाइन जारी है. वहीं जन्म-मृत्यु, विवाह रजिस्ट्रेशन जैसी सुविधाएं भी ऑनलाइन संचालित है और अब कोरोना संक्रमण के मद्देनजर आम जनता को निगम कार्यालय तक नहीं आना पड़े, इसके लिए दूसरी सेवाओं को भी ऑनलाइन करने की तैयारी की जा रही है.