जयपुर. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एक बयान जारी कर कहा कि आज राजस्थान में दिनदहाड़े कोरोना मरीजों को लूटा जा रहा है. पीएम केयर्स फंड से राजस्थान को हर जिले में वेंटिलेटर भिजवाए गए थे, लेकिन या तो वो डिब्बों में बंद हैं या फिर भरतपुर में भेजे गए वेंटिलेटर को किराए पर दे दिया गया, वो भी निजी अस्पतालों में.
राठौड़ ने कहा कि भरतपुर में सरकारी वेंटिलेटर मशीन का उपयोग वहां के रायबहादुर सरकारी अस्पताल में होना चाहिए था, लेकिन राजस्थान सरकार ने उन्हें 2000 रुपये प्रतिदिन के किराए पर ेक निजी अस्पताल को दे दिया. अब गरीब मरीजों को अपनी जान बचाने के लिए 50 हजार प्रतिदिन तक देने पड़ रहे हैं. कोटपुतली में भी यही हाल है कि लोग मर रहे हैं, लेकिन पीएम केयर्स फंड से आए हुए वेंटिलेटर अब तक डिब्बों में बंद हैं.
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राठौड़ ने जयपुर के आरयूएचएस अस्पताल में आईसीयू बेड के लिए 1 लाख देने की कहानी राजस्थान के लगभग हर जिले की बताई और कहा कि राजस्थान सरकार मरीजों को इस विपदा के समय असहाय नहीं छोड़ सकती. इन मामलों पर तुरंत इंक्वायरी भी होना चाहिए, क्योंकि सरकार का काम मरीजों की जान बचाना है, जिसे वे जिम्मेदारी पूर्वक निभाए.