जयपुर: राजधानी के माणकचौक थाने में एक जौहरी ने आगरा के एक व्यक्ति के खिलाफ व्यापार करने का झांसा देकर 49.33 लाख रुपए की ठगी का मामला कुणाल गंगवाल ने पुलिस में दर्ज करा दिया है.
ऐसे बुना गया जाल
नामजद रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि, पीड़ित की हल्दियों का रास्ता जौहरी बाजार में फर्म है. इस क्षेत्र में जवाहरात का बिजनेस होता है. यहां अधिकतर व्यापार, दलालों के माध्यम से किया जाता है. 4 अगस्त को कुंदन नामक दलाल अपने साथ दीपेश बोहरा नाम के एक व्यापारी को लेकर ऑफिस आया. दीपेश बोहरा ने खुद को आगरा का बड़ा व्यापारी बताया. खुद को एक प्रतिष्ठित व्यापारी की तरह से प्रोजेक्ट किया. आरोप है कि इसी दौरान आरोपी ने पीड़ित से 6.43 लाख रुपए के जेवरात खरीदे. पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए तुरंत ही पूरा पेमेंट भी कर दिया. इसके बाद दीपेश लगातार पीड़ित के पास आने लगा और ग्राहकों को दिखाने के लिए अलग-अलग तरह के जेवरात ले जाने लगा.
ठग ने जीता विश्वास, फिर किया आपना काम!
शुरुआत में पीड़ित का विश्वास हासिल करने के लिए आरोपी ने कुछ सामान बेचकर उसका पेमेंट पीड़ित को किया. जो सामान नहीं बिका वह बकायदगी से वापस कर दिया. इस तरह आरोपी ने जौहरी का पूरा भरोसा जीत लिया और फिर अजमेर की एक पार्टी को विशेष डायमंड सेट बेचने की बात कही.
...और ठग लिए 50 लाख!
आरोपी की डिमांड पर पीड़ित ने मुंबई से 49.33 लाख रुपए कीमत का डायमंड सेट मंगवाया और दीपेश को सौंप दिया. जिसके बाद ठग डायमंड सेट लेकर वहां से चलता बना. दरयाफ्त करने पर बहाने बनाने लगा. कहने लगा एक-दो दिन में जयपुर आकर पूरा पेमेंट कर देगा.
इसके बाद ठग दीपेश ने पीड़ित का फोन उठाना बंद कर दिया. इसके बाद जिस दलाल के जरिए ठग की मुलाकात पीड़ित से हुई थी उसके साथ भी यही किया.
चार सौ बीस की हिस्ट्री
शक होने पर पीड़ित और दलाल ने आरोपी के बारे में आगरा से जानकारी जुटाई. पता चला कि वो आगरा में भी इस तरह की ठगी कर चुका है. वहां भी ठगी के मामले दर्ज हैं.
आरोपी पहले बड़े व्यापारियों का विश्वास हासिल करता है और उन्हें अपने जाल में फंसाता है फिर बड़ी रकम ऐंठ कर फरार हो जाता है. पीड़ित व्यापारी ने माणकचौक थाने में दीपेश के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करवाया है. अब पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.