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जयपुर में 60 राजकीय स्कूलों के 30 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ेंगे Smart classes में, कलेक्टर प्रोजेक्ट उत्कर्ष के तहत 'स्कूल इन ए बॉक्स' का करेंगे उद्घाटन - विद्यार्थी को मिलेगा स्मार्ट क्लासेज

राजधानी के विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लासेज की सुविधा 'प्रोजेक्ट उत्कर्ष' के अन्तर्गत आईसीटी लैब स्मार्ट नॉलेज सर्वर यानि 'स्कूल इन ए बाक्स' की ओर से दी जाएगी. ऐसे में 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थी स्मार्ट क्लासेज के जरिए न केवल अपने पाठ्यक्रम से जुड़े विषयों का, बल्कि बिना इंटरनेट ई-लाइब्रेरी और दर्जनों ज्ञानवर्द्धक वीडियो सहित विश्वस्तरीय अध्ययन सामग्री का अब लाभ ले सकेंगे.

जयपुर न्यूज, JAIPUR NEWS
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Published : Nov 9, 2019, 11:48 AM IST

जयपुर. शहर में शनिवार को जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव सुबह 11 बजे राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बनी पार्क जयपुर में स्मार्ट नॉलेज सर्वर द्वारा संचालित स्मार्ट क्लास का उद्घाटन करेंगे. ऐसे में जिले के करीब 60 राजकीय सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी विद्यालयों के 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थी स्मार्ट क्लासेज के जरिए न केवल अपने पाठ्यक्रम से जुड़े विषयों का बल्कि बिना इंटरनेट ई-लाइब्रेरी और दर्जनों ज्ञानवर्द्धक वीडियो सहित विश्वस्तरीय अध्ययन सामग्री का अब लाभ ले सकेंगे.

जिला कलेक्टर करेंगे प्रोजेक्ट उत्कर्ष का उद्घाटन

इस कड़ी में विद्यार्थियों को यह सुविधा 'प्रोजेक्ट उत्कर्ष' के अन्तर्गत आईसीटी लैब स्मार्ट नॉलेज सर्वर यानि 'स्कूल इन ए बाक्स' की ओर से दी जाएगी. यादव ने बताया कि इन 60 विद्यालयों में त्रिवर्षीय प्रोजेक्ट उत्कर्ष के इसी शैक्षणिक सत्र से प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित विद्यालयों के संस्था प्रधानों और प्रॉजेक्ट प्रभारियों के लिए शनिवार को 11 से दोपहर 1 बजे तक राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बनीपार्क में कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा.

पढ़ेंः हनीट्रैप मामला : गिरफ्तार सेना के जवान विचित्र बहरा से पूछताछ जारी, कई अन्य जवानों के नाम भी सामने आए

जिले में झोटवाड़ा, बस्सी, आमेर, जयपुर पूर्व और जयपुर पश्चिम ब्लॉक में आईसीटी सर्वर सुविधायुक्त 60 राजकीय विद्यालयों में यह त्रिवर्षीय प्रॉजेक्ट संचालित किया जा रहा है. सम्बन्धित विद्यालयों में 'स्कूल इन बॉक्स' स्थापित कर कक्षा 8, 9 और 10 के विद्यार्थियों को बिना इंटरनेट निर्भरता के ई-लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासेज और ई-लर्निग की सुविधा प्रदान की जाएगी.

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कलेक्टर यादव ने बताया कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्रोत्साहित करने और विषय को समझने की प्रक्रिया को सरल और रूचिपूर्ण बनाने के लिए जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और मोइनी फाउण्डेशन जयपुर द्वारा एचडीएफसी के सीएसआर सहयोग से यह प्रॉजेक्ट संचालित किया जा रहा है. इसकी डेशबोर्ड द्वारा नियमित रूप से रिमोट मॉनिटरिंग की जाएगी और जिला प्रशासन द्वारा भी प्रोजेक्ट की प्रगति की नियमित समीक्षा भी की जाएगी. मोइनी फाउण्डेशन के निदेशक डॉ. विजय व्यास ने बताया कि इन साठ राजकीय विद्यालयों में स्कूल इन बॉक्स के सेटअप लगाए जा चुके हैं. प्रॉजेक्ट के त्रिवर्षीय क्रियान्वयन से जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों को बिना इंटरनेट की निर्भरता के विविध विषयों की जानकारी दी जाएगी.

पढ़ेंः महाराष्ट्र कांग्रेस विधायकों का एक-एक कर जयपुर के होटल में पहुंचना शुरू, देर रात तक चलेगा मंथन

उन्हें पाठ्यक्रम से इतर विषय जैसे खान-एकेडमी, क्विज-एकेडमी, विकिपीडिया, हिन्दी शब्दकोष, टाइपिंग ट्यूटर, रोचक ज्ञानवर्धक, गणित, साइन्स के वीडियो, स्कूली शिक्षा संबंधित आरबीएसई और एनसीईआरटी (हिन्दी माध्यम) की टेक्स्ट-बुक्स, एनिमेशन, कम्प्यूटर में प्रयोगशाला विज्ञान आधारित-कबाड़ से खिलौने बनाने जैसे वीडियो आदि उपलब्ध करवाए जाएंगे. इससे सरकार द्वारा प्रदत आईसीटी संसाधनों का स्मार्ट क्लास और ई- लर्निंग के लिए समुचित उपयोग संभव हो सकेगा.

जयपुर. शहर में शनिवार को जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव सुबह 11 बजे राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बनी पार्क जयपुर में स्मार्ट नॉलेज सर्वर द्वारा संचालित स्मार्ट क्लास का उद्घाटन करेंगे. ऐसे में जिले के करीब 60 राजकीय सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी विद्यालयों के 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थी स्मार्ट क्लासेज के जरिए न केवल अपने पाठ्यक्रम से जुड़े विषयों का बल्कि बिना इंटरनेट ई-लाइब्रेरी और दर्जनों ज्ञानवर्द्धक वीडियो सहित विश्वस्तरीय अध्ययन सामग्री का अब लाभ ले सकेंगे.

जिला कलेक्टर करेंगे प्रोजेक्ट उत्कर्ष का उद्घाटन

इस कड़ी में विद्यार्थियों को यह सुविधा 'प्रोजेक्ट उत्कर्ष' के अन्तर्गत आईसीटी लैब स्मार्ट नॉलेज सर्वर यानि 'स्कूल इन ए बाक्स' की ओर से दी जाएगी. यादव ने बताया कि इन 60 विद्यालयों में त्रिवर्षीय प्रोजेक्ट उत्कर्ष के इसी शैक्षणिक सत्र से प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित विद्यालयों के संस्था प्रधानों और प्रॉजेक्ट प्रभारियों के लिए शनिवार को 11 से दोपहर 1 बजे तक राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, बनीपार्क में कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा.

पढ़ेंः हनीट्रैप मामला : गिरफ्तार सेना के जवान विचित्र बहरा से पूछताछ जारी, कई अन्य जवानों के नाम भी सामने आए

जिले में झोटवाड़ा, बस्सी, आमेर, जयपुर पूर्व और जयपुर पश्चिम ब्लॉक में आईसीटी सर्वर सुविधायुक्त 60 राजकीय विद्यालयों में यह त्रिवर्षीय प्रॉजेक्ट संचालित किया जा रहा है. सम्बन्धित विद्यालयों में 'स्कूल इन बॉक्स' स्थापित कर कक्षा 8, 9 और 10 के विद्यार्थियों को बिना इंटरनेट निर्भरता के ई-लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासेज और ई-लर्निग की सुविधा प्रदान की जाएगी.

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कलेक्टर यादव ने बताया कि सूचना एवं प्रौद्योगिकी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्रोत्साहित करने और विषय को समझने की प्रक्रिया को सरल और रूचिपूर्ण बनाने के लिए जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और मोइनी फाउण्डेशन जयपुर द्वारा एचडीएफसी के सीएसआर सहयोग से यह प्रॉजेक्ट संचालित किया जा रहा है. इसकी डेशबोर्ड द्वारा नियमित रूप से रिमोट मॉनिटरिंग की जाएगी और जिला प्रशासन द्वारा भी प्रोजेक्ट की प्रगति की नियमित समीक्षा भी की जाएगी. मोइनी फाउण्डेशन के निदेशक डॉ. विजय व्यास ने बताया कि इन साठ राजकीय विद्यालयों में स्कूल इन बॉक्स के सेटअप लगाए जा चुके हैं. प्रॉजेक्ट के त्रिवर्षीय क्रियान्वयन से जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों को बिना इंटरनेट की निर्भरता के विविध विषयों की जानकारी दी जाएगी.

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उन्हें पाठ्यक्रम से इतर विषय जैसे खान-एकेडमी, क्विज-एकेडमी, विकिपीडिया, हिन्दी शब्दकोष, टाइपिंग ट्यूटर, रोचक ज्ञानवर्धक, गणित, साइन्स के वीडियो, स्कूली शिक्षा संबंधित आरबीएसई और एनसीईआरटी (हिन्दी माध्यम) की टेक्स्ट-बुक्स, एनिमेशन, कम्प्यूटर में प्रयोगशाला विज्ञान आधारित-कबाड़ से खिलौने बनाने जैसे वीडियो आदि उपलब्ध करवाए जाएंगे. इससे सरकार द्वारा प्रदत आईसीटी संसाधनों का स्मार्ट क्लास और ई- लर्निंग के लिए समुचित उपयोग संभव हो सकेगा.

Intro:जयपुर। जयपुर जिले के करीब 60 राजकीय सैकण्डरी एवं सीनियर सैकण्डरी विद्यालयों के 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थी स्मार्ट क्लासेज के जरिए न केवल अपने पाठ्यक्रम से जुड़े विषयों का बल्कि बिना इंटरनेट ई-लाइब्रेरी और दर्जनों ज्ञानवर्द्धक वीडियो सहित विश्वस्तरीय अध्ययन सामग्री का लाभ ले सकेंगे। इन विद्यािर्थयों को यह सुविधा ‘प्रोजेक्ट उत्कर्ष’ के अन्तर्गत आईसीटी लैब स्मार्ट नॉलेज सर्वर यानी ‘स्कूल इन ए बाक्स’ की ओर से दी जाएगी।Body:जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव शनिवार को सुबह 11 बजे राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बनीपार्क जयपुर में स्मार्ट नॉलेज सर्वर द्वारा संचालित स्मार्ट क्लास का उद्घाटन करेंगे।
यादव ने बताया कि इन 60 विद्यालयों में त्रिवर्षीय प्रोजेक्ट उत्कर्ष के इसी शैक्षणिक सत्र से प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सम्बन्धित विद्यालयों के संस्था प्रधानों एवं प्रॉजेक्ट प्रभारियों के लिए शनिवार को प्रातः 11 से दोपहर 1 बजे तक राजकीय महारानी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय , बनीपार्क में कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा। जिले में झोटवाड़ा, बस्सी, आमेर, जयपुर पूर्व एवं जयपुर पश्चिम ब्लॉक में आईसीटी सर्वर सुविधायुक्त 60 राजकीय विद्यालयों में यह त्रिवर्षीय प्रॉजेक्ट संचालित किया जा रहा है। सम्बन्धित विद्यालयों में ‘‘स्कूल इन बॉक्स’’ स्थापित कर कक्षा 8, 9 एवं 10 के विद्यार्थियों को बिना इंटरनेट निर्भरता के ई-लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासेज एवं ई लर्निग की सुविधा प्रदान की जाएगी।
कलेक्टर यादव ने बताया कि सूचना एवं प्रौद्योेगिकी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को प्रोत्साहित करने एवं विषय को समझने की प्रक्रिया को सरल एवं रूचिपूर्ण बनाने के लिए जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग एवं मोइनी फाउण्डेशन जयपुर द्वारा एचडीएफसी के सीएसआर सहयोग से यह प्रॉजेक्ट संचालित किया जा रहा है। इसकी डेशबोर्ड द्वारा नियमित रूप से रिमोट मॉनिटरिंग की जाएगी एवं जिला प्रशासन द्वारा भी प्रोजेक्ट की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी।
मोइनी फाउण्डेशन के निदेशक डॉ. विजय व्यास ने बताया कि इन साठ राजकीय विद्यालयों में स्कूल इन बॉक्स के सेटअप लगाए जा चुके हैं। प्रॉजेक्ट के त्रिवर्षीय क्रियान्वयन से जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के 30 हजार से भी अधिक विद्यार्थियेां को बिना इंटरनेट की निर्भरता के विविध विषयों की जानकारी दी जाएगी। उन्हें पाठ्यक्रम से इतर विषय जैसे खान-अकैडमी, क्विज-एकेडमी, विकिपीडिया, हिन्दी शब्दकोष, टाइपिंग ट्यूटर, रोचक ज्ञानवर्धक, गणित, साइन्स के वीडियो, स्कूली शिक्षा संबंधित आरबीएसई एवं एनसीईआरटी (हिन्दी माध्यम) की टेक्स्ट-बुक्स, एनिमेशन, कम्प्यूटर में प्रयोगशाला विज्ञान आधारित-कबाड़ से खिलौने बनाने जैसे वीडियो आदि उपलब्ध करवाए जाएंगे। इससे सरकार द्वारा प्रदत आईसीटी संसाधनों का स्मार्ट क्लास एवं ई- लर्निंग के लिए समुचित उपयोग संभव हो सकेगा।
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