जयपुर: जयपुर डिस्कॉम (Jaipur Discom) प्रबंध निदेशक नवीन अरोड़ा ने इस संबंध में सभी इंजीनियर को निर्देश जारी किए हैं.जारी किए गए आदेश में जूनियर इंजीनियर और फीडर इंचार्ज (Feeder In charge) अपने क्षेत्रों में Defaulter रहे बिजली उपभोक्ताओं के यहां मौके पर पहुंचकर चेकिंग करेंगे. इस जांच के दौरान कटे हुए बिजली कनेक्शन का फोटो भी लेंगे और मौके पर की गई जांच की एंट्री रजिस्टर में भी करेंगे.
बिन बिजली सब सून या!
जांच के दौरान जूनियर इंजीनियर और फीडर इंचार्ज यह भी देखेंगे कि जब उपभोक्ता (Consumer) के यहां बिजली का कनेक्शन कट चुका है तो फिर लंबे समय तक बिना बिजली के आखिर उपभोक्ता किस प्रकार काम चला रहे हैं. यही भी जांच का विषय होगा कि कहीं उपभोक्ता ने बिजली कनेक्शन कटने के बाद भी तो अवैध तरीके से बिजली का कनेक्शन (Illegal Electricity Connection) नहीं जोड़ लिया. यदि ऐसा होगा तो तुरंत उस पर नियमों के तहत कार्रवाई होगी. हर माह की 7 तारीख को संबंधित इंजीनियर और फीडर इंचार्ज को यह रिपोर्ट डिस्कॉम और अपने अधिकारियों को भेजनी होगी जो मुख्यालय तक आएगी.
बिजली चोरी-छीजत रोकने और राजस्व बढ़ाने की है कवायद
दरअसल इस निर्देश के पीछे जयपुर डिस्कॉम (Jaipur Discom) प्रबंधन की मंशा बिजली की छीजत (Wastage Of Electricity) और चोरी रोकने की है. पिछले दिनों इस प्रकार की शिकायतें मिल रही थी कि अधिकतर उपभोक्ताओं ने बिजली कनेक्शन कटने के बाद भी अवैध रूप से बिजली का कनेक्शन ले रखा है. इससे डिस्कॉम को चूना लग रहा है. अब डिस्कॉम इंजीनियर, विजिलेंस की टीम, लीडर इंचार्ज मौके पर जाकर इस प्रकार के कनेक्शन की चेकिंग करेंगे.
सोच बिजली चोरी की समस्या से निपटना है और बकाएदारों से बकाया हासिल करना है. उम्मीद है कि सख्ती से राह निकलेगी उपभोक्ता बकाया राशि का भुगतान करेंगे और डिस्कॉम (Jaipur Discom) को राजस्व भी मिल पाएगा.