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अगर आप चाहते हैं 'कलेक्टर' साहब आप की शादी में आएं तो ध्यान रखनी होंगी ये बातें

आदेश की पालना कराने के लिए जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने अनूठा तरीका अपनाया है. उन्होंने शादी-समारोह में निमंत्रण देने वाले लोगों को डीजे बजाने और आतिशबाजी के लिए पहले अनुमति लेने की नसीहत दी है.

fireworks happening at weddings, जयपुर न्यूज
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव
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Published : Nov 27, 2019, 10:49 AM IST

Updated : Nov 27, 2019, 11:00 AM IST

जयपुर. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने शादी समारोह में डीजे और आतिशबाजी का प्रयोग नहीं करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यदि कोई मुझे व्यक्तिगत तौर पर शादी या समारोह में बुलाता है तो वह यह सुनिश्चित कर लें कि उसने आतिशबाजी करने के लिए लाइसेंस लिया हो. शादी व अन्य समारोह में जिला कलेक्टर को बुलाने पर, जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने आदेश की पालना करवाने के लिए अनूठा तरीका अपनाया है.

बता दें कि कुछ दिनों पहले ही जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने डीजे बजाने और आतिशबाजी को लेकर एक आदेश निकाला है. यदि कोई भी व्यक्ति या समूह शादी या अन्य किसी भी तरह का आयोजन करता है और उसमें डीजे बजाता है या आतिशबाजी करता है तो उसे पहले सक्षम अधिकारी से अनुमति लेनी होगी.

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने आतिशबाजी पर की टिप्पणी

फिलहाल शादियों का सीजन है और कई जगह डीजे बजाए जा रहे हैं. आतिशबाजी भी की जा रही है, लेकिन कुछ लोग ही अनुमति लेकर ऐसा कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले एक जैन समाज के समारोह में जिला कलेक्टर को बुलाया गया था. कलेक्टर ने आमंत्रण स्वीकार करने के साथ ही उन्हें आतिशबाजी के लिए परमिशन लेने को कहा. कलेक्टर के कहने पर समाज के लोग पुलिस से अनुमति लेने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने इस तरह के किसी भी आदेश होने से इंकार कर दिया.

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने तुरंत पुलिस को वे आदेश भिजवाए और इसके बाद जैन समाज ने आतिशबाजी की अनुमति ली. कलेक्टर जगरूप सिंह यादव स्वयं उस कार्यक्रम में पहुंचे. उस कार्यक्रम में ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी की जा रही थी. जिला कलेक्टर के आदेश के मुताबिक यदि आपके घर में किसी तरह की शादी है या अन्य कोई समारोह है, तो आपको डीजे बजाने और आतिशबाजी करने के लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी.

पढ़ें: नियुक्ति की मांग को लेकर संविदा Nursing कर्मियों ने डिप्टी CM से की मुलाकात, प्रोविजनल सूची जारी होने का मिला आश्वासन

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अनुमति के लिए मजिस्ट्रेट या एसडीएम और शहरी क्षेत्र में डीसीपी से इसके लिए अनुमति लेनी जरूरी होगी. अनुमति नहीं होने पर पुलिस इस पर कार्रवाई कर सकती है. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि समाज में पर्यावरण प्रदूषण को लेकर एक चिंता है. दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है. राजस्थान में भी इस तरह का हालात देखे गए हैं.

यादव ने कहा कि हम जो आतिशबाजी करते हैं, उससे पर्यावरण प्रदूषण तो होता ही है, बीमार लोगों, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों और पशु पक्षियों को भी इससे नुकसान होता है. यादव ने कहा कि मैंने खुद ने इस तरह का आदेश निकाला है तो मैं खुद कैसे इस तरह के समारोह में जा सकता हूं. इसलिए कोई मुझे निमंत्रण देने आता है तो मैं उसे डीजे बजाने और आतिशबाजी करने के लिए अनुमति लेने के लिए कहता हूं, ताकि उनके समारोह के आनंद में किसी भी तरह का कोई खलल नहीं हो.

जयपुर. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने शादी समारोह में डीजे और आतिशबाजी का प्रयोग नहीं करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यदि कोई मुझे व्यक्तिगत तौर पर शादी या समारोह में बुलाता है तो वह यह सुनिश्चित कर लें कि उसने आतिशबाजी करने के लिए लाइसेंस लिया हो. शादी व अन्य समारोह में जिला कलेक्टर को बुलाने पर, जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने आदेश की पालना करवाने के लिए अनूठा तरीका अपनाया है.

बता दें कि कुछ दिनों पहले ही जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने डीजे बजाने और आतिशबाजी को लेकर एक आदेश निकाला है. यदि कोई भी व्यक्ति या समूह शादी या अन्य किसी भी तरह का आयोजन करता है और उसमें डीजे बजाता है या आतिशबाजी करता है तो उसे पहले सक्षम अधिकारी से अनुमति लेनी होगी.

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने आतिशबाजी पर की टिप्पणी

फिलहाल शादियों का सीजन है और कई जगह डीजे बजाए जा रहे हैं. आतिशबाजी भी की जा रही है, लेकिन कुछ लोग ही अनुमति लेकर ऐसा कर रहे हैं. कुछ दिनों पहले एक जैन समाज के समारोह में जिला कलेक्टर को बुलाया गया था. कलेक्टर ने आमंत्रण स्वीकार करने के साथ ही उन्हें आतिशबाजी के लिए परमिशन लेने को कहा. कलेक्टर के कहने पर समाज के लोग पुलिस से अनुमति लेने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने इस तरह के किसी भी आदेश होने से इंकार कर दिया.

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने तुरंत पुलिस को वे आदेश भिजवाए और इसके बाद जैन समाज ने आतिशबाजी की अनुमति ली. कलेक्टर जगरूप सिंह यादव स्वयं उस कार्यक्रम में पहुंचे. उस कार्यक्रम में ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी की जा रही थी. जिला कलेक्टर के आदेश के मुताबिक यदि आपके घर में किसी तरह की शादी है या अन्य कोई समारोह है, तो आपको डीजे बजाने और आतिशबाजी करने के लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी.

पढ़ें: नियुक्ति की मांग को लेकर संविदा Nursing कर्मियों ने डिप्टी CM से की मुलाकात, प्रोविजनल सूची जारी होने का मिला आश्वासन

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अनुमति के लिए मजिस्ट्रेट या एसडीएम और शहरी क्षेत्र में डीसीपी से इसके लिए अनुमति लेनी जरूरी होगी. अनुमति नहीं होने पर पुलिस इस पर कार्रवाई कर सकती है. जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने कहा कि समाज में पर्यावरण प्रदूषण को लेकर एक चिंता है. दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है. राजस्थान में भी इस तरह का हालात देखे गए हैं.

यादव ने कहा कि हम जो आतिशबाजी करते हैं, उससे पर्यावरण प्रदूषण तो होता ही है, बीमार लोगों, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों और पशु पक्षियों को भी इससे नुकसान होता है. यादव ने कहा कि मैंने खुद ने इस तरह का आदेश निकाला है तो मैं खुद कैसे इस तरह के समारोह में जा सकता हूं. इसलिए कोई मुझे निमंत्रण देने आता है तो मैं उसे डीजे बजाने और आतिशबाजी करने के लिए अनुमति लेने के लिए कहता हूं, ताकि उनके समारोह के आनंद में किसी भी तरह का कोई खलल नहीं हो.

Intro:जयपुर। शादी व अन्य समारोह में जिला कलेक्टर को बुलाने पर जिला कलेक्टर जागरूप सिंह यादव आदेश की पालना कराने के लिए अनूठा तरीका अपनाया हैं। जिला कलेक्टर निमंत्रण देने वाले लोगों को डीजे और आतिशबाजी की अनुमति लेने की बात पूछते हैं, कलेक्टर कहते हैं कि यदि आप डीजे और आतिशबाजी के लिए अनुमति लेंगे तो वह समारोह जरूर आएंगे। जिला कलेक्टर साहब फिलहाल किसी भी शादी समारोह में जाने से बच रहे हैं।


Body:आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने डीजे बजाने और आतिशबाजी को लेकर एक आदेश निकाला है यदि कोई भी व्यक्ति या समूह शादी या अन्य किसी भी तरह का आयोजन करता है और उसमें डीजे बजाता है या आतिशबाजी करता है तो उसे पहले सक्षम अधिकारी से अनुमति लेनी होगी।
फिलहाल शादियों का सीजन है और कई जगह डीजे बजाए जा रहे हैं और आतिशबाजी भी की जा रही है लेकिन कुछ लोग ही अनुमति लेकर ऐसा कर रहे हैं।
कुछ दिनों पहले एक जैन समाज के समारोह में जिला कलेक्टर को बुलाया गया था कलेक्टर ने आमंत्रण स्वीकार करने के साथ ही उन्हें आतिशबाजी के लिए परमिशन लेने को कहा। कलेक्टर के कहने पर समाज के लोग पुलिस से अनुमति लेने पहुंचे लेकिन पुलिस ने इस तरह के किसी भी आदेश होने से इंकार कर दिया। जिला कलेक्टर जागरूप सिंह यादव ने तुरंत पुलिस को वे आदेश भिजवाए और इसके बाद जैन समाज ने आतिशबाजी की अनुमति ली। कलेक्टर जागरूप सिंह यादव स्वयं उस कार्यक्रम में पहुंचे। उस कार्यक्रम में ग्रीन पटाखों की आतिशबाजी की जा रही थी।
जिला कलेक्टर के आदेश के अनुसार यदि आपके घर में किसी तरह की शादी है या अन्य कोई समारोह है, तो आपको डीजे बजाने और आतिशबाजी करने के लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अनुमति के लिए मजिस्ट्रेट या एसडीएम और शहरी क्षेत्र में डीसीपी से इसके लिए अनुमति लेनी जरूरी होगी। अनुमति नहीं होने पर पुलिस इस पर कार्रवाई कर सकती है।
जिला कलेक्टर जागरूप सिंह यादव ने कहा समाज में पर्यावरण प्रदूषण को लेकर एक चिंता है। दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट पर चिंता जता चुका है राजस्थान में भी इस तरह का हालात देखे गए हैं। हम जो आतिशबाजी करते हैं, उससे पर्यावरण प्रदूषण होता ही है, बीमार लोगों, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थियों और पशु पक्षियों को भी इससे नुकसान होता है। यादव ने कहा कि मैंने खुद ने इस तरह का आदेश निकाला है तो मैं खुद कैसे इस तरह के समारोह में जा सकता हूं इसलिए कोई मुझे निमंत्रण देने आता है तो मैं उसे डीजे बजाने और आतिशबाजी करने के लिए अनुमति लेने के लिए कहता हूं, ताकि उनके समारोह के आनंद में किसी भी तरह का कोई खलल नहीं हो।


बाईट जिला कलेक्टर जागरूप सिंह यादव.



Conclusion:
Last Updated : Nov 27, 2019, 11:00 AM IST
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