ETV Bharat / city

जयपुर: 400 अधिकृत सब्जी-फल विक्रेताओं के साथ निगमकर्मियों के लिए कोरोना जांच के सैंपल

जयपुर शहर में रविवार को सीएमएचओ की टीम ने सब्जी-फल विक्रेताओं के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए. साथ ही सब्जी-फल विक्रेताओं से ट्रेवल हिस्ट्री और हेल्थ संबंधी जानकारी भी ली जा रही है. वहीं रिपोर्ट आने के बाद सुनिश्चित किया जाएगा कि कौन क्षेत्र में सब्जी बेच सकता है.

राजस्थान न्यूज, CMHO team did medical checkup
सब्जी-फल विक्रेताओं का मेडिकल जांच
author img

By

Published : May 10, 2020, 8:00 PM IST

जयपुर. शहर में सब्जी फल बेचने वालों से कोरोना संक्रमण फैल रहा है. वहीं रिटेल में सब्जी बेचने वालों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अब निगम प्रशासन अधिकृत सब्जी-फल विक्रेताओं की रैंडम जांच कर रहा है. शहर के विद्याधर नगर, सिविल लाइन, हवा महल ईस्ट, हवा महल वेस्ट और मोती डूंगरी जोन में रविवार को सीएमएचओ की टीम ने सब्जी-फल विक्रेताओं के सैंपल लिए.

सब्जी-फल विक्रेताओं की हुई मेडिकल जांच

प्रदेश में जब से फल सब्जी वाले कोरोना की चपेट में आए हैं, तब से आमजन में इनसे खरीददारी को लेकर आशंका व्याप्त हो रही है, लेकिन घरों में कैद लोगों के लिए सब्जियां खरीदने का संकट भी है. ऐसे हालातों में जरूरी हो गया है कि इस काम से जुड़े लोगों की अग्रिम जांच की जाए. जिससे उनसे संक्रमण का खतरा दूर रहे. वहीं जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से इसकी मांग की. जिस पर नगर निगम के विभिन्न जोन कार्यालयों पर सीएमएचओ टीम की ओर से सब्जी-फल विक्रेताओं के साथ निगमकर्मियों की रैंडम जांच शुरू की है. जिसके तहत शहर के 5 जोन में 400 लोगों की सैंपलिंग ली गई. जिसमें सब्जी-फल के ठेलेवाले और निगम कर्मचारी शामिल हैं. विद्याधर नगर जोन कार्यालय पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि सब्जी-फल विक्रेताओं से ट्रेवल हिस्ट्री और हेल्थ संबंधी जानकारी ली जा रही हैं.

  • 5 जोन जिनमें सैंपलिंग की गई
जोनसैंपलिंग की संख्या
विद्याधर नगर जोन75
सिविल लाइन जोन 134
हवामहल ईस्ट75
हवामहल वेस्ट45
मोती डूंगरी जोन71

यह भी पढे़ं. जयपुर से 9 दिन में सिर्फ 2 स्पेशल ट्रेनों का हुआ संचालन, बताई जा रही ये वजह

वहीं आरटीपीसीआर एप्लीकेशन पर संबंधित व्यक्ति की डाटा एंट्री करने के बाद ओटीपी जनरेट होता है. जिससे उसकी डिटेल वेरीफाई होती है. ये जानकारी मेडिकल कॉलेज में जाती है. जहां से आईसीएमआर को जानकारी मिलती है कि व्यक्ति की सैंपलिंग हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों की सैंपलिंग की जा रही है, उनकी रिपोर्ट 1 से 2 दिन में आ जाएगी. इसके बाद ही ये सुनिश्चित किया जाएगा कि वो क्षेत्र में फल और सब्जी बेच सकते हैं या नहीं.

यह भी पढे़ं. जयपुर: पुलिस ने टैंकरों से पॉम ऑयल चोरी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार

इस दौरान सुरक्षा के एहतियातन सीएमएचओ टीम भी पीपीई किट में नजर आई. इस रैंडम सैंपलिंग में सब्जी और फल विक्रेताओं का सलाइवा लेकर जांच के लिए उसे लैब में भेजा गया है. इससे पहले विद्याधर नगर जोन में सब्जी-फल विक्रेता सोशल डिस्टेंसिंग को भूल बैठे. हालांकि, बाद में विजिलेंस टीम ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराते हुए डेढ़ से 2 मीटर की दूरी बनवाई.

जयपुर. शहर में सब्जी फल बेचने वालों से कोरोना संक्रमण फैल रहा है. वहीं रिटेल में सब्जी बेचने वालों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद अब निगम प्रशासन अधिकृत सब्जी-फल विक्रेताओं की रैंडम जांच कर रहा है. शहर के विद्याधर नगर, सिविल लाइन, हवा महल ईस्ट, हवा महल वेस्ट और मोती डूंगरी जोन में रविवार को सीएमएचओ की टीम ने सब्जी-फल विक्रेताओं के सैंपल लिए.

सब्जी-फल विक्रेताओं की हुई मेडिकल जांच

प्रदेश में जब से फल सब्जी वाले कोरोना की चपेट में आए हैं, तब से आमजन में इनसे खरीददारी को लेकर आशंका व्याप्त हो रही है, लेकिन घरों में कैद लोगों के लिए सब्जियां खरीदने का संकट भी है. ऐसे हालातों में जरूरी हो गया है कि इस काम से जुड़े लोगों की अग्रिम जांच की जाए. जिससे उनसे संक्रमण का खतरा दूर रहे. वहीं जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से इसकी मांग की. जिस पर नगर निगम के विभिन्न जोन कार्यालयों पर सीएमएचओ टीम की ओर से सब्जी-फल विक्रेताओं के साथ निगमकर्मियों की रैंडम जांच शुरू की है. जिसके तहत शहर के 5 जोन में 400 लोगों की सैंपलिंग ली गई. जिसमें सब्जी-फल के ठेलेवाले और निगम कर्मचारी शामिल हैं. विद्याधर नगर जोन कार्यालय पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि सब्जी-फल विक्रेताओं से ट्रेवल हिस्ट्री और हेल्थ संबंधी जानकारी ली जा रही हैं.

  • 5 जोन जिनमें सैंपलिंग की गई
जोनसैंपलिंग की संख्या
विद्याधर नगर जोन75
सिविल लाइन जोन 134
हवामहल ईस्ट75
हवामहल वेस्ट45
मोती डूंगरी जोन71

यह भी पढे़ं. जयपुर से 9 दिन में सिर्फ 2 स्पेशल ट्रेनों का हुआ संचालन, बताई जा रही ये वजह

वहीं आरटीपीसीआर एप्लीकेशन पर संबंधित व्यक्ति की डाटा एंट्री करने के बाद ओटीपी जनरेट होता है. जिससे उसकी डिटेल वेरीफाई होती है. ये जानकारी मेडिकल कॉलेज में जाती है. जहां से आईसीएमआर को जानकारी मिलती है कि व्यक्ति की सैंपलिंग हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों की सैंपलिंग की जा रही है, उनकी रिपोर्ट 1 से 2 दिन में आ जाएगी. इसके बाद ही ये सुनिश्चित किया जाएगा कि वो क्षेत्र में फल और सब्जी बेच सकते हैं या नहीं.

यह भी पढे़ं. जयपुर: पुलिस ने टैंकरों से पॉम ऑयल चोरी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार

इस दौरान सुरक्षा के एहतियातन सीएमएचओ टीम भी पीपीई किट में नजर आई. इस रैंडम सैंपलिंग में सब्जी और फल विक्रेताओं का सलाइवा लेकर जांच के लिए उसे लैब में भेजा गया है. इससे पहले विद्याधर नगर जोन में सब्जी-फल विक्रेता सोशल डिस्टेंसिंग को भूल बैठे. हालांकि, बाद में विजिलेंस टीम ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराते हुए डेढ़ से 2 मीटर की दूरी बनवाई.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.