जयपुर. जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमटेड (जेसीटीएसएल) ने 21 से 22 अक्टूबर तक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. कर्मचारियों ने प्रबंधन के 'राजस्व संग्रहण सप्ताह' की आड़ में अपनाए जा रहे तानाशाही रवैये पर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. जयपुर शहर में चलने वाली जेसीटीएसएल बसों का संचालन नहीं किया (JCTSL strike) जाएगा.
जेसीटीएसएल एम्पलाइज यूनियन (JCTSL Employees Union) के अध्यक्ष विपिन ने बताया कि कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं और मांगों के प्रति सरकार एवं प्रबंधन लंबे समय से उदासीन हैं. निराश और आर्थिक रूप से पीड़ित कर्मचारियों को राहत देने की बजाय जेसीटीएसएल प्रबंधन ने 'राजस्व संग्रहण सप्ताह' की आड़ में तानाशाही और अव्यवहारिक नियम थोप दिए. जेसीटीएसएल कर्मचारियों के सामने नौकरी का संकट खड़ा हो गया है. जेसीटीएसएल की दमनकारी नीतियों की वजह से कर्मचारियों में असंतोष है.
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कर्मचारियों की मांगें
राजस्व संग्रहण सप्ताह' की आड़ में बनाए गए तानाशाहीपूर्ण, अव्यवहारिक और विधि विरुद्ध नियमों सहित नियुक्ति की शर्त संख्या 10 को निरस्त किया जाए. राजस्व मूलक निरीक्षण प्रणाली बनाई जाए. मुख्यालय में लगे परिचालकों को तुरंत हटाकर रूट पर ड्यूटी ली जाए. सातवें वेतमान को लागू किया जाए. बकाया एरियर का एकमुश्त भुगतान हो. नॉन-रेगुलर को रेगुलर किया जाए. अपील से बहाल हुए कर्मचारियों का पदस्थापन किया जाए. बकाया बोनस का भुगतान किया जाए.
कार्मिकों और परिचालकों की नई भर्ती हो. सभी रूटों के प्रारंभिक और अंतिम स्टॉपेज पर महिला परिचालकों के लिए सुलभ शौचालय की व्यवस्था हो. बता दें कि जयपुर शहर में जेसीटीएसएल की 225 बसें संचालित हो रही हैं. जिसमें प्रतिदिन एक लाख लोग सफर करते हैं.