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Reality check: जयपुर की लो फ्लोर बसें 'चलो एप' से कितनी हुई स्मार्ट, देखें रिपोर्ट

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Published : Feb 11, 2020, 9:34 AM IST

Updated : Feb 11, 2020, 10:38 AM IST

जयपुर शहर की लो-फ्लोर बसें स्मार्ट करने के लिए बसों को चलो एप से जोड़ा गया. इस एप के जरिए यात्री मोबाइल पर ही बस की लॉकेशन जान सकते है. वहीं, स्टॉपेज पर बस कितनी देर में आ रही है, इसका सूचना भी उन्हें मिल जाती है. ऐसे में ईटीवी भारत ने इस एप के जरिए यात्रियों को कितनी सुविधा मिल रही है, इसका रियलिटी चेक किया, देखिए जयपुर से स्पेशल रिपोर्ट...

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जयपुर की लो फ्लोर बसें

जयपुर. राजधानी की जेसीटीएसएल ने लो फ्लोर बसों में ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम शुरू करने के लिए लो फ्लोर बसों को चलो एप से जोड़ा है. इससे यात्रियों को भी फायदा मिलेगा. वहीं प्रबंधन भी मुख्यालय से सीधे इन बसों पर मॉनिटरिंग कर सकेगा. हालांकि ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में 'चलो मोबाइल एप' की लॉन्चिंग के बाद भी आम जनता इसकी पहुंच से दूर दिखी.

जयपुर की लो फ्लोर बसें 'चलो एप' से कितने हुई स्मार्ट, देखें रिपोर्ट

डेढ़ लाख यात्रियों को राहत के लिए एप लॉन्च
जयपुर की लो फ्लोर बसों में रोज सफर करने वाले करीब डेढ़ लाख यात्रियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने चलो एप लॉन्च किया. जिससे यात्री अपने एंड्रॉयड मोबाइल फोन से ना सिर्फ बस की लोकेशन जान सकेंगे, वहीं बस किस स्टॉपेज पर कितनी देर में आ रही है, इसकी जानकारी भी ले सकेंगे. लेकिन जानकारी के अभाव में आज भी शहर के मुख्य बस स्टॉपेज पर आम जनता अपनी बस का इंतजार ही करते रहे.

पढ़ें- Crime record: आंकड़ों में राहत, लेकिन वस्तु स्थिति भयावह...! एक रिपोर्ट

बसों में नहीं लगे ट्रैकिंग डिवाइस
ईटीवी भारत इस मोबाइल एप्लीकेशन का रियलिटी चेक करने जयपुर के रामबाग सर्किल और नारायण सिंह सर्किल पहुंचा, तो यहां चलो एप में अजमेरी गेट डेस्टिनेशन डाली, लेकिन वहां तक पहुंचने वाली 8A, 9, 9A और दूसरी बसें एप्लीकेशन में नहीं दिख रही थी, जबकि ये बसें इसी दौरान यहां से गुजर भी गई. इससे एक बात साफ हो गई कि अभी भी जेसीटीएसएल की सभी बसों में ट्रैकिंग डिवाइस नहीं लगाए गए हैं.

पढ़ें- परिवहन विभाग के इंस्पेक्टरों को जल्द मिलेगी बत्ती: खाचरियावास

कैसे सफल होगी ई टिकट की सुविधा
वहीं बस स्टॉपेज पर शहर के कई बाशिंदे अपनी बस का देर तक इंतजार करते दिखे. जिसका कारण जानना चाहा तो पता लगा कि लोगों को इस मोबाइल एप्लीकेशन की जानकारी ही नहीं. बताया जा रहा है कि मार्च से इस मोबाइल ऐप के जरिए यात्री ई टिकट भी ले सकेंगे, लेकिन ये सुविधा तब ही सफल हो पाएगी, जब जेसीटीएसएल बसों और स्टॉपेज में इसकी पूर्ण जानकारी प्रसारित की जाए और उससे पहले सभी बसों में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्टॉल की जाए.

जयपुर. राजधानी की जेसीटीएसएल ने लो फ्लोर बसों में ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम शुरू करने के लिए लो फ्लोर बसों को चलो एप से जोड़ा है. इससे यात्रियों को भी फायदा मिलेगा. वहीं प्रबंधन भी मुख्यालय से सीधे इन बसों पर मॉनिटरिंग कर सकेगा. हालांकि ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में 'चलो मोबाइल एप' की लॉन्चिंग के बाद भी आम जनता इसकी पहुंच से दूर दिखी.

जयपुर की लो फ्लोर बसें 'चलो एप' से कितने हुई स्मार्ट, देखें रिपोर्ट

डेढ़ लाख यात्रियों को राहत के लिए एप लॉन्च
जयपुर की लो फ्लोर बसों में रोज सफर करने वाले करीब डेढ़ लाख यात्रियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने चलो एप लॉन्च किया. जिससे यात्री अपने एंड्रॉयड मोबाइल फोन से ना सिर्फ बस की लोकेशन जान सकेंगे, वहीं बस किस स्टॉपेज पर कितनी देर में आ रही है, इसकी जानकारी भी ले सकेंगे. लेकिन जानकारी के अभाव में आज भी शहर के मुख्य बस स्टॉपेज पर आम जनता अपनी बस का इंतजार ही करते रहे.

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बसों में नहीं लगे ट्रैकिंग डिवाइस
ईटीवी भारत इस मोबाइल एप्लीकेशन का रियलिटी चेक करने जयपुर के रामबाग सर्किल और नारायण सिंह सर्किल पहुंचा, तो यहां चलो एप में अजमेरी गेट डेस्टिनेशन डाली, लेकिन वहां तक पहुंचने वाली 8A, 9, 9A और दूसरी बसें एप्लीकेशन में नहीं दिख रही थी, जबकि ये बसें इसी दौरान यहां से गुजर भी गई. इससे एक बात साफ हो गई कि अभी भी जेसीटीएसएल की सभी बसों में ट्रैकिंग डिवाइस नहीं लगाए गए हैं.

पढ़ें- परिवहन विभाग के इंस्पेक्टरों को जल्द मिलेगी बत्ती: खाचरियावास

कैसे सफल होगी ई टिकट की सुविधा
वहीं बस स्टॉपेज पर शहर के कई बाशिंदे अपनी बस का देर तक इंतजार करते दिखे. जिसका कारण जानना चाहा तो पता लगा कि लोगों को इस मोबाइल एप्लीकेशन की जानकारी ही नहीं. बताया जा रहा है कि मार्च से इस मोबाइल ऐप के जरिए यात्री ई टिकट भी ले सकेंगे, लेकिन ये सुविधा तब ही सफल हो पाएगी, जब जेसीटीएसएल बसों और स्टॉपेज में इसकी पूर्ण जानकारी प्रसारित की जाए और उससे पहले सभी बसों में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्टॉल की जाए.

Intro:जयपुर - जेसीटीएसएल ने लो फ्लोर बसों में ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम शुरू करने के लिए लो फ्लोर बसों को चलो एप से जोड़ा है। इससे यात्रियों को भी फायदा मिलेगा। वहीं प्रबंधन भी मुख्यालय से सीधे इन बसों पर मॉनिटरिंग कर सकेगा। हालांकि ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में 'चलो मोबाइल एप' की लॉन्चिंग के बाद भी आम जनता इसकी पहुंच से दूर दिखी।


Body:राजधानी की लो फ्लोर बसों में रोज सफर करने वाले करीब डेढ़ लाख यात्रियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने चलो एप लॉन्च की। जिससे यात्री अपने एंड्रॉयड मोबाइल फोन से ना सिर्फ बस की लोकेशन जान सकेंगे। वही बस किस स्टॉपेज पर कितनी देर में आ रही है, इसकी जानकारी भी ले सकेंगे। लेकिन जानकारी के अभाव में आज भी शहर के मुख्य बस स्टॉपेज पर आम जनता अपनी बस का इंतजार ही करते रहे। ईटीवी भारत इस मोबाइल एप्लीकेशन का रियलिटी चेक करने जयपुर के रामबाग सर्किल और नारायण सिंह सर्किल पहुंचा। यहां चलो एप में अजमेरी गेट डेस्टिनेशन डाली। लेकिन वहां तक पहुंचने वाली 8A, 9, 9A और दूसरी बसें एप्लीकेशन में नहीं दिख रही थी। जबकि ये बसें इसी दौरान यहां से गुजर भी गई। इससे एक बात साफ हो गई कि अभी भी जेसीटीएसएल की सभी बसों में ट्रैकिंग डिवाइस नहीं लगाए गए हैं।
बाईट - सोहन, जयपुर वासी

वहीं बस स्टॉपेज पर शहर के कई बाशिंदे अपनी बस का देर तक इंतजार करते दिखे। जिसका कारण जानना चाहा तो पता लगा कि लोगों को इस मोबाइल एप्लीकेशन की जानकारी ही नहीं।
बाईट - भारती, जयपुर वासी
बाईट - भूपेंद्र, जयपुर वासी
बाईट - आकाश, जयपुर वासी


Conclusion:बताया जा रहा है कि मार्च से इस मोबाइल ऐप के जरिए यात्री ई टिकट भी ले सकेंगे। लेकिन ये सुविधा तब ही सफल हो पाएगी जब जेसीटीएसएल बसों और स्टॉपेज में इसकी पूर्ण जानकारी प्रसारित की जाए। और उससे पहले सभी बसों में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्टॉल की जाए।
Last Updated : Feb 11, 2020, 10:38 AM IST
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