जयपुर. बीते वर्ष के मुकाबले इस बार सोने और चांदी की कीमतों में कमी देखने को मिल रही है. ऐसे में सराफा कारोबारियों को उम्मीद है कि आभूषण कारोबार लगभग 300 करोड़ तक पहुंचेगा.
सराफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल का कहना है कि बीते 1 साल से कोविड-19 संक्रमण के कारण बाजार एकदम ठंडे पड़े थे. इस बार दिवाली के सीजन पर काफी रौनक देखने को मिल रही है. उम्मीद है कि इस दिवाली के सीजन पर बीते वर्ष के मुकाबले 30 से 40 प्रतिशत अधिक व्यापार होगा. सराफा कारोबारियों का यह भी कहना है कि बीते वर्ष के मुकाबले इस बार जेवराती सोने की कीमतों में भी कमी देखने को मिली है.
बीते वर्ष जहां जेवराती सोना तकरीबन 49 से 50 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम बना हुआ था तो वहीं इस बार जेवराती सोना 47 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम बना हुआ है. वहीं 24 कैरेट सोने की बात की जाए तो बीते वर्ष 24 कैरेट सोने का मूल्य 52 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम था और इस वर्ष 24 कैरेट सोने का मूल्य 49 हजार के करीब बना हुआ है. हालांकि चांदी की कीमतों में कोई बड़ा फेरबदल नहीं देखने को मिला है और मौजूदा समय में चांदी का मूल्य 66300 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया है.
किशनपोल बाजार के अध्यक्ष मनीष खुटेटा का कहना है कि 1 साल बाद बाजारों में दिवाली के त्योहार पर रौनक देखने को मिल रही है, ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि शानदार रौनक बाजार में देखने को मिलेगी और लोग जमकर खरीदारी करेंगे. इस बार दीपावली के मौके पर बाजार में 100 मिलीग्राम और 50 मिलीग्राम वजन के गोल्ड कॉइन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इन गोल्ड कॉइन की कीमत ₹300 से लेकर ₹600 तक है. इसके अलावा सराफा ट्रेडर्स कमेटी की ओर से अन्य सोने और चांदी के सिक्के भी बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए हैं.
इसके अलावा ऑटोमोबाइल सेक्टर की बात की जाए तो कोविड-19 संक्रमण के बाद ऑटोमोबाइल सेक्टर में सबसे अधिक ग्रोथ देखी जा रही है. इस बार धनतेरस को दोपहिया और चौपाया वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री देखने को मिलेगी. राजस्थान ऑटोमोबाइल डीलर एसोसिएशन के सेक्रेटरी नरेश सिंघल का कहना है कि इस धनतेरस और दिवाली को ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 500 करोड़ के कारोबार की उम्मीद बनी हुई है.
उन्होंने कहा कि हाल ही में पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ इलेक्ट्रिक वाहन दी बाजार में बेचे जा रहे हैं. हम लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ने लगा है. इसके अलावा गारमेंट कारोबार 25 फ़ीसदी बढ़ने की संभावना है. इस बार 600 से 700 के गारमेंट कारोबार की उम्मीद है. वहीं तकरीबन 70 से 80 करोड़ इलेक्ट्रॉनिक आइटम की बिक्री इस बार धनतेरस पर होने की उम्मीद जताई जा रही है.