जयपुर. आयकर विभाग ने 3 अगस्त को सुबह बड़े कारोबारी समूह के 37 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई (IT Raid in Rajasthan) शुरू की थी. जिसमें 4 करोड़ रुपए नकदी समेत करोड़ों की ज्वेलरी और जमीनों की खरीद-फरोख्त के दस्तावेज आयकर विभाग के हाथ लगे थे. वहीं कारोबारियों ने करीब 70 करोड़ की अघोषित आय स्वीकार की है.
कारोबारी के ठिकानों से बड़ी संख्या में बेनामी निवेश से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं. इंफ्रा प्रोजेक्ट्स में बेनामी निवेश की भी आशंका है. इनकम टैक्स चोरी की सूचनाओं पर 3 अगस्त को सुबह आयकर विभाग ने जयपुर और कोटा में कारोबारी के करीब 37 ठिकानों पर छापेमारी (IT Raid in Jaipur Kota) शुरू की थी. राजधानी जयपुर में मालवीय नगर, अजमेर रोड, टोंक रोड, त्रिपोलिया बाजार, सी स्कीम, जोहरी बाजार, एमआई रोड, वैशाली नगर समेत अन्य जगहों पर छापेमार की कार्रवाई की गई.
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वहीं कोटा में देवाशीष सिटी समेत अन्य जगहों पर कार्रवाई (IT Raid in Kota) की गई है. जानकारी के अनुसार छापेमारी (IT Raid in Rajasthan) के दौरान भारी मात्रा में नकदी, ज्वेलरी और प्रॉपर्टी में निवेश समेत लॉकर्स की चाबियां विभाग के अधिकारियों ने अपने कब्जे में ली है. आयकर विभाग की टीम ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, हार्ड ड्राइव, मोबाइल, डेस्कटॉप, लैपटॉप समेत अन्य दस्तावेज कब्जे में लिए हैं. दस्तावेजों और सभी उपकरणों की जांच पड़ताल की जा रही है. इसके साथ ही ऑनलाइन लेनदेन संबंधित दस्तावेज, ऑनलाइन मनी ट्रांसफर, जमीनों की खरीद-फरोख्त के कागज भी आयकर विभाग की टीम ने बरामद किए हैं.
जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की छापेमार कार्रवाई के दौरान पहले दिन करीब 40 करोड़ की टैक्स चोरी की बात उजागर हुई थी. वहीं कार्रवाई के तीसरे दिन ही आंकड़ा 70 करोड़ के पार पहुंच गया. 5वें दिन सोमवार को ये आंकड़ा 150 करोड़ पहुंच गया है. कारोबारी के ठिकानों पर छापे मार कार्रवाई से अन्य सहयोगियों में भी हड़कंप मच गया. कई बड़े कारोबारी, बिल्डर और शिक्षण सेवाओं से जुड़े लोग भी आयकर विभाग की रडार पर हैं.