जोधपुर. पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के नए कमिश्नर के रूप में आईपीएस अधिकारी रविदत्त गौड़ ने सोमवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर (Ravidutt Gaur takes over as Jodhpur Police Commissioner) लिया. उन्हें पूर्व कमिश्नर नवज्योति गोगई कार्यभार सौंपा.
पद भार ग्रहण के बाद मीडिया से बात करते हुए नए पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने कहा क्राइम प्रिवेंशन प्राथमिकता होगी. इसके लिए जो भी तरीका होगा वह काम में लिया जाएगा. इसके लिए शहर की हर सड़क चौराहा पर किसी न किसी तरीके से पुलिस बल तैनात होगा. इससे सार्वजनिक स्थानों पर होने वाले क्राइम जिसमें मारपीट, स्नेचिंग और चोरी जैसी घटनाओं पर नियंत्रण करेंगे. पुलिस की गश्त चुस्त हो. अगर घटना हो भी जाए तो तुरंत आरोपी को पकड़ा जाए. कम्युनिटी पुलिसिंग करेंगे. इसके साथ ही जनता से सीधा संवाद कायम करेंगे. उनकी बात उनके बीच जाकर सुनी जाएगी.
उन्होंने सोशल मीडिया को बड़ी चुनौती मानते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इस पर सतत निगरानी रहेगी. कोई गलत मैसेज भेजता है फारवर्ड करता है तो उस पर कार्रवाई होगी. अवैध हथियारों पर लगाम लगाने के लिए डीएसटी टीमों को मजबूत किया जाएगा. इससे पहले उन्हें कार्यालय पहुंचने पर गार्ड आफ आर्नर दिया गया. कमिश्नर ने सभी अधिकारियों से परिचय भी प्राप्त किया. उसके बाद सभी के साथ बैठक की.
ईद की घटना के बाद बेनीवाल प्रकरण भारी पड़ा: जोधपुर में दो जून की रात और तीन मई ईद के दिन को जो सांप्रदायिक घटनाएं हुई थी. उसमें पुलिस की विफलता के चलते हालात बिगड़े थे. जिसके चलते शहर के दस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा था. उसके बाद से ही अधिकारियों के तबादले तय हो गए थे. लेकिन सरकार नियमित प्रक्रिया के तहत बदलना चाहती थी. इस बीच 27 जून को रालोपा के हनुमान बेनीवाल की रैली के बाद ज्ञापन लेने को लेकर पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगई की ओर से मंच पर जाकर इनकार करने से विवाद हुआ. जिसके चलते रात तीन बजे तक गतिरोध बना रहा. अगले दिन 28 जून को सीएम गहलोत को जोधपुर आना था. डीजीपी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस कमिश्नर गोगई वापस रैली स्थल गए. तब कहीं जाकर मामला खत्म हुआ. 28 जून को उदयपुर की घटना के बाद सरकार ने उदयपुर सहित जोधपुर, धौलपुर और करोली सहित अन्य जिलों के पुलिस अधिकारियों के तबादले कर दिए.
छह माह रहा कार्यकाल: नवज्योति गोगई ने पुलिस कश्मिनर का कार्यभार जनवरी 2022 में जोश मोहन की जगह पदभार ग्रहण किया था. गोगई इससे पहले जोधपुर पुलिस रेंज के आईजी के पद पर तैनात थे. जोश मोहन की प्रतिनियुक्ति के बाद उन्हें यह जिम्मा दिया गया. लेकिन मई में हुई घटनाओं के बाद ही उनकी रवानगी तय हो गई थी. बस सरकार इसे कार्रवाई की शक्ल देने की बजाय नियमित तबादले के रूप में बदलना चाहती थी. गोगई के साथ साथ जोधपुर कमिश्नरेट के दोनों डीसीपी के भी स्थानांतरण किए गए हैं. डीसीपी वेस्ट गौरव यादव ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है. जबकि डीसपी ईस्ट राजीव पचार ने भी ज्वाइन नहीं किया है.