जयपुर. राजस्थान में शुक्रवार से शुरू हुए दो दिवसीय इन्वेस्ट राजस्थान समिट को लेकर भाजपा ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकारी धन से लोक लुभावने विज्ञापन जारी करके बड़े-बड़े लोगों को बुलाकर कांग्रेस सरकार जो दो दिवसीय इनवेस्ट राजस्थान समिट आयोजित कर रही है, उसका नतीजा ढाक के तीन पात ही साबित होगा.
राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान में 10 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश का दावा तो खूब कर रहे हैं, लेकिन क्रियान्वयन के समय (Rajendra Rathore Targets Gehlot Government) धरातल पर 90 प्रतिशत निवेश भी नहीं आयेगा, क्योंकि आज सरकार खुद अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है. आपाधापी के इस प्रकार के वातावरण में निवेश की संभावना भी क्षीण हो जाती है.
राठौड़ ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि राजस्थान में अफसरशाही व लालफीताशाही चल रही है. उसके तहत पहले भी जिन लोगों ने अलग-अलग समय पर गहलोत सरकार की इन्वेस्ट नीतियों के आधार पर MOU किया था, उन्हें उद्योग लगाने के लिए (First Day of Rajasthan Summit 2022) नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं. इससे सिद्ध हो रहा है कि राजस्थान में निवेश का वातावरण कहीं नहीं है.
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राठौड़ ने कहा कि इनवेस्ट राजस्थान समिट में सिर्फ प्रचार-प्रसार पर लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर (Invest Rajasthan Summit 2022) झूठी वाहवाही लूटी जा रही है, जबकि वास्तविकता इससे परे हैं. ना तो मुख्यमंत्री की कुर्सी के खेल के चलते मौजूदा कांग्रेस सरकार पर मंडराए सियासी संकट के बादल हटेंगे और ना ही इस समिट का कोई फायदा राजस्थान को मिलेगा.