जयपुर. इन्वेस्ट राजस्थान से पहले जयपुर में इन्वेस्ट जयपुर समिट साढ़े 23 हजार करोड़ के निवेश का अनुबंध हुआ. इसमें करीब 252 एमओयू और एलओआई साइन हुए. इलेक्ट्रिक व्हीकल, फार्मा, टूरिज़म, रिएल एस्टेट सहित कई सेक्टर्स में निवेश के प्रस्ताव मिले. इस अनुबंध से 60 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सकेगा. समिट में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने निवेशकों को आमंत्रित किया और कहा कि आपके रास्ते में एक भी कांटा नहीं आने दिया जाएगा.
जयपुर में निवेश को पंख लगेंगे
आज जयपुर में आयोजित हुई इन्वेस्ट जयपुर समिट में करीब साढ़े 23 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए. इनमें इलेक्ट्रिक व्हीकल, फार्मा, टूरिज्म, रियल एस्टेट, होटल एंड रिजॉर्ट सहित कई सेक्टर में विभाग को निवेश के प्रस्ताव मिले. समिट में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत के सामने आज विभाग ने करीब 252 एमओयू और एलओआई साइन किए. इस मौके पर उद्योग मंत्री ने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनके रास्ते में एक भी कांटा नहीं आने दिया जाएगा. वे और उनका विभाग निवेशकों के लिए निवेश का रास्ता साफ करेंगे.
रावत ने निवेशकों से कहा कि मैं एक महिला मंत्री हूं. आप को भरोषा (Rajasthan Industry minister assures investors in Summit) दिलाती हूं कि आप को कोई दिक्कत नही आने देंगे. रावत ने कहा कि जब एक महिला वादा करती है तो उसे पूरा भी करती है. समिट में स्थानीय विधायक रफीक खान, अमीन कागजी और कांग्रेस नेता और रीको में स्वतंत्र निदेशक सीताराम अग्रवाल भी मौजूद रहे. सीताराम अग्रवाल ने कहा कि 1998 से पहले राजस्थान में औद्योगिक वातावरण नहीं था, लेकिन जब अशोक गहलोत पहली बार सीएम बने तो उन्होंने इसकी शुरुआत की.
वहीं विधायक अमीन कागजी ने कहा कि जयपुर में आज निवेशकों के लिए सब कुछ है. यहां की कनेटिविटी हर राज्य से है. यह शहर आपको अच्छा रिटर्न देगा. इन्वेस्ट जयपुर समिट की सफलता से उत्साहित विभाग अब इन्वेस्ट राजस्थान में 5 लाख करोड़ के निवेश की उम्मीद कर रहा है.
ये हुए निवेश -
ईडब्ल्यू फ्यूचर- 3,620 करोड़
आज़ाद मोटो- 1000 करोड़
केसरी बिल्डकॉन- 500 करोड़
फोर्टी- 500 करोड़
फ्लोरेट इंटरनेशनल- 500 करोड़
एनएस पब्लिसिटी- 350 करोड़
राजधानी क्राफ्ट एक्सपोर्ट 350 करोड़
सुरेश ज्ञान बिहार यूनिवर्सिटी- 350 करोड़
इम्परियल क्लब ऑफ जयपुर 214 करोड़
श्रीअग्रवाल शिक्षा सामिति 300 करोड़
वनिष्का डेवलपर्स- 200 करोड़
एमएस लाल एग्रो फूड- 100 करोड़