जयपुर. राजधानी की बजाज नगर थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बस, पीजी व हॉस्टल से महंगे मोबाइल और लैपटॉप चुराने वाली अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए तमिलनाडु के पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 45 महंगे स्मार्टफोन और 10 लैपटॉप व टेबलेट बरामद किए (Several stolen mobile and laptop recovered from thieves gang) हैं.
गैंग का मुख्य सरगना वेल्लोर निवासी 42 वर्षीय एस कामराज है, जिसने अपने गांव के 4 युवाओं को जयपुर बुलाकर गैंग बनाई और फिर महंगे स्मार्टफोन, लैपटॉप व टेबलेट चुराने की वारदातों को अंजाम देना शुरू किया. गैंग में शामिल चार सदस्यों की उम्र 18 से 24 साल की है. डीसीपी ईस्ट प्रह्लाद सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्य राजधानी जयपुर में पिछले 3 महीनों में सैकड़ों मोबाइल और लैपटॉप चुरा चुके हैं. गिरोह का सरगना एस. कामराज ने अपने गांव से शक्तविल, संतोष, गोकुल व थियागराजन को जयपुर बुलाया और अपने किराए के कमरे पर उन्हें रखा. इसके बाद उसने गिरोह बनाकर पीजी और हॉस्टल में रहने वाले व बस में सफर करने वाले स्टूडेंट्स को निशाना बनाना शुरू किया.
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गिरोह के सदस्य पीजी और हॉस्टल के बाहर ही मंडराते रहते और जैसे ही कोई छात्र अपना मोबाइल, लैपटॉप या टेबलेट रखकर कुछ खाने के लिए या किसी अन्य काम के लिए इधर-उधर होता तो तुरंत ही उसका मोबाइल, लैपटॉप व टेबलेट चुरा लिया जाता. गिरोह के सदस्य चुराया हुआ सामान लाकर एस कामराज को देते जो उसे आगे बेच देता और उससे जो राशि प्राप्त होती उसे सभी लोग आपस में बांट लेते. चुराए हुए सामान को आगे किन लोगों को बेचा जाता है, इसके बारे में पुलिस पड़ताल कर रही है. वहीं, पुलिस ने गिरोह के सदस्यों से 15 लाख रुपए की कीमत के 45 महंगे स्मार्टफोन और 10 लैपटॉप व टेबलेट बरामद किए हैं.