जयपुर. राजधानी के करधनी थाना पुलिस ने अंतर्राज्यीय नकबजन गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर नकबजन को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई के दौरान करधनी थाना पुलिस ने पकड़े गए नकबजनों के पास से चोरी का सामान भी बरामद किया है.
डीसीपी वेस्ट प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ माह से राजधानी जयपुर में रात्रि के समय सूने मकानों में नकबजनी की लगातार वारदातें हो रहीं थीं. वारदातों पर अंकुश लगाने एवं अज्ञात नकबजनों की गिरफ्तारी के लिए वेस्ट थाना अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.
करधनी थानाधिकारी विनोद मीणा के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. टीम के सदस्यों ने पूर्व में चालान शुदा अपराधियों पर गहन निगरानी रखी. प्रत्येक घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले गए. गठित टीम के अथक प्रयासों के फलस्वरूप दो शातिर नकबजन नरेश कुशवाहा और भूपेंद्र कुशवाहा को करधनी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि गत 4 माह में इलाका करधनी, झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, हरमाड़ा एवं आसपास के क्षेत्रों से 2 दर्जन से अधिक रात्रि के समय सूने मकानों में नकबजनी की वारदात करना स्वीकार किया है.
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दोनों आरोपियों के खिलाफ मध्यप्रदेश के मुरैना में नकबजनी के काफी प्रकरण दर्ज हैं. दोनों शातिरों ने मुरैना पुलिस की ओर से नकबजनी की वारदातों में टारगेट होने की वजह से जयपुर शहर में वारदात करने की योजना बनाई. नरेश पहले जयपुर में कपड़ा छपाई का काम करता था. भूपेंद्र आगरा से और नरेश मुरैना से दोनों फोन पर बात करके बस में बैठकर जयपुर के लिए रवाना होते और सिंधी कैंप बस स्टैंड के यहां बैठकर नकबजनी की योजना बनाते और एक रात होटल में रुक कर अगले दिन सुबह 200 फीट बाइपास पहुंचकर आसपास के क्षेत्रों में पैदल घूम कर सूना मकान टारगेट कर लेते.
चाय की थड़ी पर बैठकर दोनों योजना बनाते उसके बाद टारगेट किए गए सूने मकान का पेचकस से मकान का ताला तोड़कर नकबजनी की वारदात को अंजाम देते. नकबजनी में प्राप्त आभूषणों को आगरा और मुरैना में सोनार को बेच दिया करते दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पूछताछ में कई अन्य वारदातें खुलने की आशंका भी जताई जा रही है.