जयपुर. राजस्थान में जल जीवन मिशन योजना (Jal Jeevan Mission) की गति को लेकर लगातार सियासत गर्मा रही है. इस बीच आज केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने योजना की समीक्षा के लिए जयपुर में सांसदों की अहम बैठक बुलाई. लेकिन केंद्र की इस महत्वकांक्षी योजना के प्रति राजस्थान के अधिकतर सांसद गंभीर नहीं दिख रहे. यही कारण है कि बैठक में करीब 8 सांसद शामिल नहीं हुए जबकि प्रदेश के जलदाय मंत्री महेश जोशी अपनी बात रख बैठक छोड़ निकल (Mahesh Joshi In Jal Jeevan Mission) लिए.
मीडिया से दूरी: ये बैठक जयपुर के एक निजी होटल में चल रही है लेकिन मीडिया को इससे दूर रखा गया है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में चल रही इस बैठक में राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी ने हाजिरी लगाई. मंत्री के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुबोध अग्रवाल सहित विभाग से जुड़े कई आला अधिकारी भी मौजूद हैं. बैठक में जल जीवन मिशन योजना में अब तक राजस्थान में किए गए कार्यों की समीक्षा होगी और कार्य की धीमी गति को बढ़ाने के लिए सुझाव भी लिए जाएंगे. हालांकि मामला केंद्र के सहयोग से चल रही योजना का है लिहाजा राजस्थान में इस पर कई बार सियासत गरमाई है. बैठक केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुलाई थी जिसमें राजस्थान के सभी 25 लोकसभा सांसदों को आमंत्रित किया गया था. 25 में से 24 सांसद भाजपा के हैं और एक राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल हैं. बैठक का जो वीडियो जारी किया गया उसमें सांसदों की संख्या कम ही नजर (MPs Distanced From Jal Jeevan Mission Review Meet) आ रही है.
ये सांसद हुए शामिल: बैठक में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ ही केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, सांसद दीया कुमारी, सीपी जोशी, सुखबीर सिंह जौनपुरिया, देवजी पटेल, स्वामी सुमेधानंद, रंजीता कोली, कनक मल कटारा, सुभाष बेहड़िया, मनोज राजोरिया, भागीरथ चौधरी, जयपुर शहर सांसद रामचरण बौहरा, जयपुर ग्रामीण से सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ शामिल हुए.
बैठक में ये सांसद रहे नदारद: बैठक में राजस्थान से आने वाले करीब 10 सांसद नजर नहीं आए इनमें केंद्रीय मंत्री और बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल, अलवर सांसद बाबा बालक नाथ, गंगानगर हनुमानगढ़ से सांसद निहालचंद, झालावाड़ सांसद दुष्यंत सिंह के साथ ही बीजेपी सांसद पीपी चौधरी, नरेंद्र कीचड़, राहुल कसवा, अर्जुन लाल मीणा और ओम बिरला का नाम शामिल है. इनमें ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद पर हैं लिहाजा उनका बैठक में अनुपस्थित रहना ज्यादा मायने नहीं रखता. इसी तरह उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे हैं और दिल्ली में एक अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है. तो उनकी अनुपस्थिति भी अपेक्षित थी.
इसलिए महत्वपूर्ण है बैठक: जल जीवन मिशन केंद्र के सहयोग से चलने वाली योजना है जिसके तहत देश भर में हर घर नल पहुंचाने का काम किया जा रहा है. राजस्थान में इस योजना के तहत केंद्र सरकार अनुपात बढ़ाने की मांग कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर कांग्रेस के कई नेता लगातार इसका दबाव बना रहे हैं और इसी मसले पर प्रदेश का सियासी पारा भी गर्म है. आज जब यह बैठक बुलाई गई और उसमें कई भाजपा सांसद गैरहाजिर रहे तो सवाल तो उठेंगे ही. अकसर कांग्रेस को घेरने वाली भाजपा इस बार खुद घिरती नजर आ रही है. तय है कि अब कांग्रेस इस मामले में भाजपा और केंद्र सरकार को घेरने का मौका नहीं छोड़ेगी.