जयपुर. प्रदेश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी चिंता जाहिर कर चुके हैं और पुलिस व अन्य विभागों से लगातार चर्चा कर उन्हें सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने की निर्देश भी दे रहे हैं. लेकिन प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा (Increasing road accidents in Rajasthan) है. इस साल अगस्त माह तक प्रदेश में 15665 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. जिसमें 7337 लोग जान गंवा चुके हैं और 15305 लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं. इन हादसों की सबसे बड़ी वजहों में ओवर स्पीडिंग बड़ा कारण है.
इन जिलों में घटित हो रहीं सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं: प्रदेश के ऐसे 5 जिलों की बात करें जहां पर सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं तो उसमें सबसे पहला नंबर उदयपुर जिले का (Udaipur tops in road accidents) है. जहां अगस्त माह तक 894 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई हैं. जिसमें 433 लोगों की मौत हुई है. 822 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. दुर्घटना के मामले में दूसरे नंबर पर जयपुर ग्रामीण जिला है, जहां अगस्त माह तक 838 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई हैं. जिसमें 371 लोगों की मौत हुई है और 808 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
दुर्घटना के मामले में तीसरे नंबर पर अजमेर जिला है, जहां अगस्त माह तक घटित हुई 816 सड़क दुर्घटनाओं में 352 लोगों की मौत हो गई और 762 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. दुर्घटना के मामले में चौथे नंबर पर सीकर जिला है, जहां अगस्त माह तक 699 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई है. जिसमें 323 लोगों की मौत हुई है और 711 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. दुर्घटना के मामले में पांचवें नंबर पर भीलवाड़ा जिला है, जहां अगस्त माह तक 621 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई है. जिसमें 302 लोगों की मौत हुई है और 675 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
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इन जिलों में दुर्घटनाएं सबसे कम: प्रदेश में ऐसे जिले भी हैं जहां पर सड़क दुर्घटनाएं बेहद कम घटित होती हैं. ऐसे जिलों में पहले नंबर पर जैसलमेर है. जहां अगस्त माह तक 94 सड़क दुर्घटना घटित हुई (Jaisalmer records lowest road accidents) है, जिसमें 69 लोगों की मौत हुई है और 168 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. दूसरे नंबर पर जयपुर उत्तर जिला है जहां अगस्त माह तक 154 सड़क दुर्घटनाओं में 29 लोगों की मौत हुई और 143 लोग गंभीर रूप से घायल हुए.
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तीसरे नंबर पर जोधपुर पूर्व जिला है जहां अगस्त माह तक 142 सड़क दुर्घटनाएं घटित हुई है. जिसमें 57 लोगों की मौत हुई है और 138 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. चौथे नंबर पर प्रतापगढ़ जिला है जहां अगस्त माह तक घटित हुई 186 सड़क दुर्घटनाओं में 75 लोगों की मौत हुई और 196 लोग गंभीर रूप से घायल हुए. पांचवें नंबर पर करौली जिला है जहां अगस्त माह तक घटित हुई 188 सड़क दुर्घटनाओं में 85 लोगों की मौत और 176 लोग गंभीर रूप से घायल हुए.
दुर्घटना घटित होने के पीछे के मुख्य कारण: प्रदेश में लगातार बढ़ रही सड़क हादसों की संख्या के पीछे बड़े कारणों में ओवर स्पीडिंग (Main reasons of road accidents in Rajasthan) है. प्रदेश में सर्वाधिक हादसे तेज रफ्तार के चलते चालक का वाहन पर नियंत्रण खो बैठने के कारण होते हैं. हाईवे पर एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ के चलते ओवर स्पीडिंग के कारण सर्वाधिक दुर्घटनाएं घटित होती हैं. इसके अलावा सड़क दुर्घटना का दूसरा सबसे बड़ा कारण शराब पीकर वाहन चलाना है. शराब के नशे में चालक अक्सर खुद के साथ दूसरों की जान को खतरे में डालता है. इसके अलावा रोड इंजीनियरिंग डिफेक्ट और हाईवे पर बने हुए अवैध कट सड़क हादसों के अन्य कारण है.