जयपुर. राजधानी जयपुर में इलेक्ट्रॉनिक और होटल कारोबारियों पर आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई (Income Tax Raid on Electronic firms and Hotels Of Jaipur Businessmen) में कई खुलासे हुए हैं. आयकर विभाग की टीम ने कारोबारी के ठिकानों पर बड़ी संख्या में नगदी, ज्वेलरी और डिजिटल दस्तावेज बरामद (Digital Documents Recovered From Jaipur Businessmen Pan India Firms) किए हैं. आयकर विभाग की जांच पड़ताल में कारोबारी के व्यावसायिक कनेक्शन दुबई से जुड़े बताए जा रहे हैं. आयकर विभाग ने दो कारोबारियों के जयपुर, मुंबई, हरिद्वार समेत अन्य जगहों पर करीब 51 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है.
जानकारी के मुताबिक कारोबारी समूह मनी लॉन्ड्रिंग (Jaipur Business Group In Money Laundering) में भी सक्रिय बताया जा रहा है. प्रारंभिक जांच में बड़ी संख्या में डिजिटल दस्तावेज जब्त किये गये हैं. नकदी और ज्वेलरी की आयकर विभाग की टीमें गणना कर रही हैं. आयकर विभाग की टीम को बेनामी सम्पत्ति, शेयर बाजार में निवेश और फर्जी फर्मों के दस्तावेज भी मिले हैं. आयकर विभाग की रेड में बड़ी संख्या में काली कमाई उजागर हो सकती है.
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बता दें आयकर विभाग ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कारोबारी समूहों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा के 50 से ज्यादा टीमों ने राजस्थान, मुंबई और उत्तराखंड में 51 ठिकानों पर छापे और सर्वे की कार्रवाई शुरू की है. एक कारोबारी समूह वीटो इलेक्ट्रोनिक्स ब्रांड, होटल और रियल एस्टेट के कारोबार से जुड़ा है. इसके जयपुर में 25, मुंबई में 8 और हरिद्वार में एक ठिकाने पर रेड डाली गई थी.
इस व्यवसायी के जयपुर में दो होटल, आर्दश नगर और नेहरू बाजार में व्यापारिक प्रतिष्ठान, मालवीय संस्थानिक क्षेत्र में एक निर्माणाधीन परिसर शामिल है. दूसरा समूह मनी लॉन्ड्रिंग का काम करता है. जिसके जयपुर में 17 स्थानों पर कार्रवाई की जा रही है. बेनामी संपत्ति के भी सबूत मिले हैं.