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राजस्थान विधानसभा के शून्य काल में विधायकों ने उठाए ये प्रमुख मामले...

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को शून्यकाल में कई विधायकों ने सदन में स्थगन प्रस्ताव और नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख में अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे उठाए. शून्यकाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आमेर विधायक सतीश पूनिया ने आमेर की सेवापुरा ग्राम पंचायत की आबादी क्षेत्र में स्थित कचरा डिपो को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग उठाई. नियम 295 के तहत इस मामले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि इस कचरा डिपो के कारण आसपास के लोग परेशान हो रहे हैं और यहां वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है.

राजस्थान विधानसभा, Rajasthan Politics
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Published : Mar 12, 2021, 4:42 PM IST

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को शून्यकाल में कई विधायकों ने सदन में स्थगन प्रस्ताव और नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख में अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे उठाए. शून्यकाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आमेर विधायक सतीश पूनिया ने आमेर की सेवापुरा ग्राम पंचायत की आबादी क्षेत्र में स्थित कचरा डिपो को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग उठाई. नियम 295 के तहत इस मामले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि इस कचरा डिपो के कारण आसपास के लोग परेशान हो रहे हैं और यहां वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का जीना मुहाल हो चुका है. वहीं, कचरे से दुर्गंध तो आती ही है साथ ही इसे जलाने की वजह से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है और कई तरह की बीमारियों से उन्हें रूबरू होना पड़ रहा है. सतीश पूनिया ने इस कचरा डिपो को अन्य स्थान पर ट्रांसफर किए जाने की मांग की.

विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र के मुद्दे सदन में उठाए

वहीं, स्थगन के जरिए सदन में छबड़ा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने छबड़ा थर्मल पावर में कार्यरत एमएंडटी कंपनी की अनियमितता का मामला उठाया. प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि छबड़ा में बरसात कम हुई है, थर्मल पावर को कम पानी मिल रहा है और किसानों को भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में थर्मल बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है. विधायक ने कहा कि थर्मल पावर में काम कर रही एनएंडटी कंपनी की अनियमितता भी सामने आई है, क्योंकि ज़ीरो डिस्चार्ज प्लांट अब तक नहीं लगवाया गया, जिसके कारण यहां का पानी नालों में व्यर्थ जा रहा है. विधायक ने बताया कि प्लांट 20 करोड़ की लागत से बनाया जाना था. प्लांट से आरओ से पानी स्वच्छ किया जाना था, लेकिन यह काम अब तक नहीं हो पाया, इसमें जो-जो दोषी हैं उनकी जांच की मांग भी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने की.

सदन में विधायकों ने उठाए मुद्दे

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वही, शून्य काल में भाजपा के कोटा से विधायक संदीप शर्मा ने हाड़ौती में बंपर गेहूं की फसल होने की बात कही, लेकिन इसकी खरीद का लक्ष्य कम होने पर नाराजगी भी जताई और किसानों को होने वाले नुकसान की तरफ सरकार का ध्यान भी आकर्षित किया. शर्मा ने कहा कि इस बार केवल 5.36 फीसदी ही खरीद का लक्ष्य रखा गया है, जबकि किसानों को बाजार में अपनी फसल का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है. संदीप शर्मा ने कहा कि चना में भी ₹500 प्रति क्विंटल का किसानों को नुकसान हो रहा है और मजबूरन उन्हें अपनी फसल बाजार में बेचना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर बारिश से जिन जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं उन्हें भी अब तक मुआवजा नहीं मिला, क्योंकि पटवारियों की हड़ताल चल रही है और इसी में गिरदावरी का काम नहीं हो रहा. संदीप शर्मा ने सरकार से इस मामले में किसानों के पक्ष में कोई सकारात्मक निर्णय लेने की मांग की.

फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत ने अपने विधानसभा क्षेत्र के सीतारामपुरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भी मामला उठाया. कुमावत ने कहा कि उच्च प्राथमिक विद्यालय नहीं होने के कारण यहां लड़कियों का पढ़ना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में सरकार इस प्राथमिक विद्यालय को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत करे, ताकि क्षेत्र की बालिकाओं की पढ़ाई डिस्टर्ब ना हो. उधर, रामगढ़ से कांग्रेस विधायक साफिया जुबेर ने अपने विधानसभा क्षेत्र में तेजी से गली मोहल्ले और सड़कों तक फैल रहे मूर्ति उद्योग और इससे हो रही आम जनता को परेशानी का मामला उठाया. साफिया जुबेर ने कहा कि क्षेत्र में कई मोहल्ले और सड़कों तक यह मूर्तियों का उद्योग चल रहा है, जिससे क्षेत्र में सिलोकोसिस की बीमारी भी बढ़ रही है और कई लोगों को तो ऑक्सीजन की भी कमी महसूस होने लगी है. ऐसे में सरकार जनहित को ध्यान में रखते हुए इन मूर्तिकारों को आबादी क्षेत्र से बाहर जमीन अलॉटमेंट करके बसाए.

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उधर, विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने आहोर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय कॉलेज के भवन निर्माण नहीं होने का मामला उठाया और यह भी कहा कि यह कॉलेज पुराने छात्रावास में चल रहा है, जिसकी ऊंचाई भी बेहद कम है और आए दिन यहां छात्र छात्राएं घायल होते रहते हैं. छगन सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्र छात्राएं कॉलेज में प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अब तक कॉलेज प्रबंधन ने उनसे वार्ता की पहल नहीं की. ऐसे में सरकार इन छात्रों की भूख हड़ताल खत्म करवाए और यहां भवन निर्माण का काम शुरू करवाए.

सदन में विधायक मनजीत धर्मपाल ने भी पीजी, नेट, पीएचडी कर रहे छात्रों से जुड़ा मामला उठाया और कहा कि गेस्ट फैकेल्टी के माध्यम से पीजी, नेट, पीएचडी कर चुके छात्रों को रोजगार उत्पन्न कराने के लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे योग्यता धारियों को गेस्ट फैकेल्टी में बुलाकर रोजगार देना चाहिए. सदन में ही विधायक संतोष ने श्रीगंगानगर के पुलिस थाना जवाहरनगर में एक गर्भवती महिला को गोली मारकर हत्या का मामला उठाया और यह भी कहा कि अपराधी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.

जयपुर. राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को शून्यकाल में कई विधायकों ने सदन में स्थगन प्रस्ताव और नियम 295 के तहत विशेष उल्लेख में अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे उठाए. शून्यकाल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और आमेर विधायक सतीश पूनिया ने आमेर की सेवापुरा ग्राम पंचायत की आबादी क्षेत्र में स्थित कचरा डिपो को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग उठाई. नियम 295 के तहत इस मामले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि इस कचरा डिपो के कारण आसपास के लोग परेशान हो रहे हैं और यहां वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है. उन्होंने कहा कि यहां के लोगों का जीना मुहाल हो चुका है. वहीं, कचरे से दुर्गंध तो आती ही है साथ ही इसे जलाने की वजह से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है और कई तरह की बीमारियों से उन्हें रूबरू होना पड़ रहा है. सतीश पूनिया ने इस कचरा डिपो को अन्य स्थान पर ट्रांसफर किए जाने की मांग की.

विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र के मुद्दे सदन में उठाए

वहीं, स्थगन के जरिए सदन में छबड़ा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने छबड़ा थर्मल पावर में कार्यरत एमएंडटी कंपनी की अनियमितता का मामला उठाया. प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि छबड़ा में बरसात कम हुई है, थर्मल पावर को कम पानी मिल रहा है और किसानों को भी पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में थर्मल बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है. विधायक ने कहा कि थर्मल पावर में काम कर रही एनएंडटी कंपनी की अनियमितता भी सामने आई है, क्योंकि ज़ीरो डिस्चार्ज प्लांट अब तक नहीं लगवाया गया, जिसके कारण यहां का पानी नालों में व्यर्थ जा रहा है. विधायक ने बताया कि प्लांट 20 करोड़ की लागत से बनाया जाना था. प्लांट से आरओ से पानी स्वच्छ किया जाना था, लेकिन यह काम अब तक नहीं हो पाया, इसमें जो-जो दोषी हैं उनकी जांच की मांग भी विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने की.

सदन में विधायकों ने उठाए मुद्दे

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वही, शून्य काल में भाजपा के कोटा से विधायक संदीप शर्मा ने हाड़ौती में बंपर गेहूं की फसल होने की बात कही, लेकिन इसकी खरीद का लक्ष्य कम होने पर नाराजगी भी जताई और किसानों को होने वाले नुकसान की तरफ सरकार का ध्यान भी आकर्षित किया. शर्मा ने कहा कि इस बार केवल 5.36 फीसदी ही खरीद का लक्ष्य रखा गया है, जबकि किसानों को बाजार में अपनी फसल का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है. संदीप शर्मा ने कहा कि चना में भी ₹500 प्रति क्विंटल का किसानों को नुकसान हो रहा है और मजबूरन उन्हें अपनी फसल बाजार में बेचना पड़ रहा है. वहीं, दूसरी ओर बारिश से जिन जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं उन्हें भी अब तक मुआवजा नहीं मिला, क्योंकि पटवारियों की हड़ताल चल रही है और इसी में गिरदावरी का काम नहीं हो रहा. संदीप शर्मा ने सरकार से इस मामले में किसानों के पक्ष में कोई सकारात्मक निर्णय लेने की मांग की.

फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत ने अपने विधानसभा क्षेत्र के सीतारामपुरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भी मामला उठाया. कुमावत ने कहा कि उच्च प्राथमिक विद्यालय नहीं होने के कारण यहां लड़कियों का पढ़ना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में सरकार इस प्राथमिक विद्यालय को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत करे, ताकि क्षेत्र की बालिकाओं की पढ़ाई डिस्टर्ब ना हो. उधर, रामगढ़ से कांग्रेस विधायक साफिया जुबेर ने अपने विधानसभा क्षेत्र में तेजी से गली मोहल्ले और सड़कों तक फैल रहे मूर्ति उद्योग और इससे हो रही आम जनता को परेशानी का मामला उठाया. साफिया जुबेर ने कहा कि क्षेत्र में कई मोहल्ले और सड़कों तक यह मूर्तियों का उद्योग चल रहा है, जिससे क्षेत्र में सिलोकोसिस की बीमारी भी बढ़ रही है और कई लोगों को तो ऑक्सीजन की भी कमी महसूस होने लगी है. ऐसे में सरकार जनहित को ध्यान में रखते हुए इन मूर्तिकारों को आबादी क्षेत्र से बाहर जमीन अलॉटमेंट करके बसाए.

यह भी पढ़ेंः हठधर्मिता छोड़ जनता के सामने नतमस्तक हो मोदी सरकारः कृषि कानूनों पर गहलोत

उधर, विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने आहोर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय कॉलेज के भवन निर्माण नहीं होने का मामला उठाया और यह भी कहा कि यह कॉलेज पुराने छात्रावास में चल रहा है, जिसकी ऊंचाई भी बेहद कम है और आए दिन यहां छात्र छात्राएं घायल होते रहते हैं. छगन सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्र छात्राएं कॉलेज में प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अब तक कॉलेज प्रबंधन ने उनसे वार्ता की पहल नहीं की. ऐसे में सरकार इन छात्रों की भूख हड़ताल खत्म करवाए और यहां भवन निर्माण का काम शुरू करवाए.

सदन में विधायक मनजीत धर्मपाल ने भी पीजी, नेट, पीएचडी कर रहे छात्रों से जुड़ा मामला उठाया और कहा कि गेस्ट फैकेल्टी के माध्यम से पीजी, नेट, पीएचडी कर चुके छात्रों को रोजगार उत्पन्न कराने के लिए सरकार को प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे योग्यता धारियों को गेस्ट फैकेल्टी में बुलाकर रोजगार देना चाहिए. सदन में ही विधायक संतोष ने श्रीगंगानगर के पुलिस थाना जवाहरनगर में एक गर्भवती महिला को गोली मारकर हत्या का मामला उठाया और यह भी कहा कि अपराधी को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है.

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