जयपुर. राजधानी के आदर्श नगर थाना इलाके में 13 अक्टूबर की देर रात ओसवाल ग्रुप के वीरेंद्र जैन ओसवाल के घर में दो नौकरों को बेहोश कर लूट की वारदात को अंजाम देने वाली गैंग की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है. बदमाशों का सुराग लगाने के लिए पुलिस अब तक तकरीबन एक हजार सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है.
वहीं वारदात को अंजाम देने के बाद गैंग के सदस्यों के दिल्ली जाने की संभावना को देखते हुए जयपुर पुलिस ने दिल्ली में भी बदमाशों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी लेकिन कुछ पता नहीं चल सका.इसके साथ ही व्यापारी वीरेंद्र जैन के मकान में वारदात से 3 दिन पहले दिल्ली की जिस एजेंसी के जरिए संगीता थापा नाम की नौकरानी को काम पर रखा गया था, उस एजेंसी के कार्यालय में भी जयपुर पुलिस ने छानबीन की.
नेपाल भागने की भी आशंका
पुलिस गैंग के बदमाशों के नेपाल की ओर जाने की आशंका भी जता रही है. गैंग में शामिल दोनों महिलाएं संगीता थापा और गंगा नेपाल की ही मूल निवासी हैं. इसे देखते हुए बदमाशों के नेपाल की ओर जाने की प्रबल संभावना है. फिलहाल इन तमाम बिंदुओं पर पुलिस गहनता के साथ अनुसंधान करने में जुटी हुई है. वहीं लूट की वारदात को अंजाम देने वाली गैंग के सदस्यों ने जिन दो नौकरों को बेहोश किया था उनकी हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है.
राजा पार्क स्थित फ्रंटियर कॉलोनी में वीरेंद्र जैन ओसवाल के 114 नंबर मकान में गंगा और संगीता नाम की दो महिलाओं ने अपने दो अन्य पुरुष साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था. संगीता थापा को वारदात के 3 दिन पहले ही काम पर रखा गया था. वहीं गंगा 1 महीने पहले ही काम छोड़कर गई थी. लूट की इस वारदात की मुख्य साजिशकर्ता गंगा ने अपने स्थान पर संगीता थापा को काम पर लगाया और फिर उसी के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया. वारदात के वक्त व्यापारी परिवार एक शादी में शामिल होने लुधियाना गया हुआ था और घर में केवल नौकर मौजूद थे. इसका फायदा उठाकर गैंग ने इस लूट की वारदात को अंजाम दिया.