जयपुर. 1 मई से देशभर में 18 से 44 साल की उम्र के व्यक्तियों को वैक्सीन लगाने की शुरुआत की गई है. इसी के तहत राजस्थान के 12 जिलों में 18 से 44 साल की उम्र के लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा रही है. हालांकि, वैक्सीनेशन से जुड़ा कार्यक्रम अभी तक रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है.
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बीते 5 दिनों की बात की जाए तो राजस्थान में 18 से 44 वर्ष की आयु के 1.50 लाख से अधिक लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. हालांकि, अभी भी वैक्सीन से जुड़ी किल्लत देखने को मिल रही है. आंकड़ों की बात की जाए तो फिलहाल राजस्थान के 12 जिलों में 18 से 44 वर्ष की आयु के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. इसमें अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, धौलपुर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, पाली, सीकर और उदयपुर जिला शामिल है.
3.75 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर
प्रदेश की बात की जाए तो करीब 3 करोड़ 75 लाख वैक्सीन का ऑर्डर सरकार ने दिया है, लेकिन प्रदेश को वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक अभी तक नहीं मिल पाया है. सरकार की ओर से 18 से 44 वर्ष की आयु के 3.25 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन अभी तक वैक्सीनेशन का कार्यक्रम रफ्तार पकड़ता नजर नहीं आ रहा है.
यह है कारण...
दरअसल, 18 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए कोविन वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. ऐसे में लोग रजिस्ट्रेशन तो करा रहे हैं लेकिन उन्हें साइट्स अलॉट नहीं हो पा रही, जिसके चलते भी वैक्सीनेशन का काम धीमा पड़ा हुआ है.
इसको लेकर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा का कहना है कि हमने जितनी वैक्सीन बुक करवाई थी, उसमें से सिर्फ 3 लाख वैक्सीन ही सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से अभी तक मिल पाई है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन से जुड़ा हर काम राज्य सरकार के कंधों पर डाल दिया. इसके बावजूद राज्य सरकार ने 18 साल से अधिक के लाभार्थियों को निशुल्क वैक्सीन लगाने की बात कही है.