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जयपुर की 10 नगर पालिका चुनाव में 'हाथ' को मिला जनता का साथ, 5 में मिला पूर्ण बहुमत - jaipur latest hindi news

जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में हार के बाद कटघरे में खड़ी कांग्रेस के लिए निकाय चुनाव में राहत भरी खबर है. 10 में से 5 नगर पालिका क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक काबिज हैं.

राजस्थान कांग्रेस की निकाय चुनाव पर नजर, jaipur election 2020
कांग्रेस के लिए निकाय चुनाव में राहतभरी खबर...
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Published : Dec 13, 2020, 8:20 PM IST

Updated : Dec 13, 2020, 9:49 PM IST

जयपुर. जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में हार के बाद कटघरे में खड़ी कांग्रेस के लिए निकाय चुनाव में राहतभरी खबर है. जयपुर की 10 नगर पालिका में से कांग्रेस पार्टी को 5 नगर पालिका जोबनेर नगर पालिका, विराट नगर नगर पालिका, किशनगढ़ -रेनवाल नगर पालिका, फुलेरा नगर पालिका और चोमू नगर पालिका में पूरा बहुमत मिला है. इन पांच जगह कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष होंगे. वहीं, बाकी पांच नगर पालिकाएं, जिनमें शाहपुरा, सांभर, चाकसू ,बगरू और कोटपूतली नगरपालिका शामिल हैं, इनमें निर्दलीय तय करेंगे कि नगर पालिका अध्यक्ष कौन होगा. इन 10 नगर पालिकाओं में से जोबनेर नगर पालिका से मंत्री लालचंद कटारिया, विराट नगर नगर पालिका से इंद्राज गुर्जर, चाकसू से वेद सोलंकी, बगरू से गंगा देवी और कोटपूतली से मंत्री राजेंद्र यादव आते हैं. इन 10 में से 5 नगर पालिका क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं. एक नगर पालिका शाहपुरा में निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल आते हैं, जो कांग्रेस समर्थित हैं.

पढ़ें: मंत्री पिता के खिलाफ बेटे का भूख हड़ताल का ऐलान, सोशल मीडिया पर कहा- मैं बहुत शर्मिंदा हूं...

बाकी 4 नगरपालिका चोमू, सांभर, फुलेरा, किशनगढ़-रेनवाल में भाजपा विधायक है. इनमें से तीन नगरपालिका है. सांभर, फुलेरा और किशनगढ़-रेनवाल तो फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत के विधानसभा क्षेत्र में आती है. लेकिन, भाजपा को एक भी नगर पालिका में पूरा बहुमत नहीं मिला है और चोमू विधायक और भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा कि चोमू नगरपालिका में 20 साल बाद कांग्रेस को सफलता मिली है. सांभर और कोटपूतली में कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला टाई रहा है. जहां बहुमत में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. बाकी तीन नगर पालिकाओं बगरू, चाकसू और शाहपुरा में भी निर्दलीय ही यह तय करेंगे कि नगर पालिका का अध्यक्ष कांग्रेस का होगा या भाजपा का. लेकिन, सत्ताधारी दल होने के कारण लगता है कि यहां कांग्रेस को फायदा होगा और निर्दलीय कांग्रेस को ही समर्थन करेंगे.

01. जोबनेर नगर पालिका- कृषि मंत्री लालचंद कटारिया
लोकसभा चुनाव और जयपुर नगर निगम ग्रेटर में हार का सामना कर रहे कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के लिए नगर पालिका के चुनाव राहत लेकर आए हैं. कटारिया की झोटवाड़ा विधानसभा में आने वाली जोबनेर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी है. यहां 20 वार्डों में से कांग्रेस ने 13 वार्डों में जीत दर्ज करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष कांग्रेस का तय कर लिया है, तो वहीं जोबनेर नगरपालिका से भाजपा को महज पांच वार्ड तो वही निर्दलीयों के हाथ में 3 सीट गई है.

02. कोटपूतली नगर पालिका- मंत्री राजेंद्र यादव
कोटपूतली नगर पालिका के नतीजे भाजपा और कांग्रेस के लिए टाई रहे हैं. जहां कांग्रेस को 8 सीट और भाजपा को भी 8 वार्डों में जीत मिली है, तो वहीं निर्दलीयों को पूर्ण बहुमत मिला है. यहां 40 वार्ड में से 24 वार्ड में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है.

03. विराट नगर नगर पालिका -कांग्रेस विधायक इन्द्रराज गुर्जर
विराट नगर नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बना है. यहां 25 वार्ड में से 15 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, 5 पर भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं और 5 वार्डो पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है.

पढ़ें: घनश्याम तिवाड़ी के बाद अब अगला कौन? राहुल गांधी के इस करीबी नेता का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में

04. बगरू नगर पालिका- कांग्रेस विधायक गंगा देवी
बगरू नगर पालिका में अध्यक्ष पद की चाबी निर्दलीयों के हाथ में है. हालांकि, बगरू नगर पालिका के 35 वार्ड में से सर्वाधिक 16 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इसी तरीके से भाजपा के हाथ 11 वार्ड लगे हैं, तो वहीं 8 वार्डों में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. ऐसे में बगरू नगर पालिका का चेयरमैन कौन होगा, इसका फैसला निर्दलीय करेंगे.

05. चाकसू नगर पालिका- कांग्रेस विधायक वेद सोलंकी
चाकसू नगर पालिका मे भी चेयरमैन पद की चाबी निर्दलीयों के हाथ में है. यहां 35 वार्ड में से सर्वाधिक 13 वार्ड में भाजपा के प्रत्याशी जीते, तो वहीं कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. इसी तरीके से निर्दलीय भी 11 प्रत्याशी चाकसू नगर पालिका से जीते हैं ऐसे में चाकसू नगर पालिका में अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला निर्दलीय ही करेंगे.

06. किशनगढ़ -रेनवाल नगर पालिका- फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत
जयपुर की किशनगढ़-रेनवाल नगर पालिका भाजपा के फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत की विधानसभा सीट फुलेरा में आती है, लेकिन तीन बार के विधायक निर्मल कुमावत के लिए किशनगढ़- रेनवाल नगर पालिका के नतीजे खराब आए हैं, क्योंकि किशनगढ़ -रेनवाल नगर पालिका में कांग्रेस अपना बोर्ड बनाने जा रही है. यहां कुल 35 सीटों में से 18 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, तो भाजपा को विधायक होने के बावजूद महज 10 सीटों से संतोष करना पड़ा है सात निर्दलीयों ने भी जीत दर्ज की है.


07. सांभर नगर पालिका- फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत
सांभर नगर पालिका भाजपा के फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत की फुलेरा विधानसभा में आती है. सांभर नगर पालिका में भाजपा और कांग्रेस दोनों में मुकाबला टाई रहा है. सांभर में कुल 25 वार्ड है जिनमें से 9 वार्ड पर भाजपा और 9 वार्ड पर कांग्रेस का कब्जा हुआ है, लेकिन सांभर नगरपालिका में अध्यक्ष कौन बनेगा इसका फैसला वह सात निर्दलीय करेंगे जिन्होंने 7 वार्डो में जीत दर्ज की है.


08.फुलेरा नगर पालिका- भाजपा विधायक निर्मल कुमावत
फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत के लिए नगर पालिका चुनाव अच्छे नहीं रहे हैं. फुलेरा नगर पालिका में 25 सीटों में से कांग्रेस ने 15 सीट पर जीत दर्ज करते हुए पूर्ण बहुमत से अपना अध्यक्ष बनना तय कर लिया है. यहां भाजपा विधायक होने के बावजूद भाजपा को 9 वार्डों में ही जीत के साथ संतोष करना होगा, तो वहीं 1 वार्ड में निर्दलीय को जीत मिली है. इस तरीके से भाजपा के फुलेरा विधायक के लिए नगर पालिका चुनाव बुरे रहे हैं. क्योंकि, उनके विधानसभा क्षेत्र में आने वाली तीन नगरपालिका में से दो में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत है, तो एक में निर्दलीयों के सहारे से बोर्ड चुना जाएगा.

09. शाहपुरा नगर पालिका- निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल

शाहपुरा नगर पालिका में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा से बेहतर रहा है. लेकिन, सत्ता की चाबी यहां निर्दलीयों के पास है. शाहपुरा नगर पालिका के कुल 35 वार्डो में से 14 वार्ड भाजपा ने जीते हैं, तो कांग्रेस के खाते में 15 वार्ड आए हैं. वहीं, 6 वार्ड निर्दलीयों ने जीते हैं ऐसे में शाहपुरा नगर पालिका के अध्यक्ष का फैसला निर्दलीय करेंगे.

10. चोमू नगरपालिका- भाजपा विधायक रामलाल शर्मा
चोमू नगरपालिका भाजपा के चोमू विधायक रामलाल शर्मा के विधानसभा में आती है, लेकिन दो बार से लगातार चोमू से विधायक का चुनाव जीत रहे, तीन बार के विधायक और भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा के लिए चोमू नगरपालिका के चुनाव बुरा सपना साबित हुए हैं. भाजपा का गढ़ माने जाने वाली चौमू नगरपालिका में 20 साल बाद कांग्रेस को जीत मिली है. चोमू नगरपालिका की कुल 45 सीटों में से कांग्रेस ने 30 सीटों पर कब्जा जमाते हुए पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है, तो भाजपा को महज 11 वार्डों में सफलता मिली है. यहां एक सीट हनुमान बेनीवाल की आरएलपी और 3 सीटें निर्दलीयों ने भी जीती है, लेकिन यहां नगर पालिका अध्यक्ष कांग्रेस का बनना तय है.

जयपुर. जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में हार के बाद कटघरे में खड़ी कांग्रेस के लिए निकाय चुनाव में राहतभरी खबर है. जयपुर की 10 नगर पालिका में से कांग्रेस पार्टी को 5 नगर पालिका जोबनेर नगर पालिका, विराट नगर नगर पालिका, किशनगढ़ -रेनवाल नगर पालिका, फुलेरा नगर पालिका और चोमू नगर पालिका में पूरा बहुमत मिला है. इन पांच जगह कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष होंगे. वहीं, बाकी पांच नगर पालिकाएं, जिनमें शाहपुरा, सांभर, चाकसू ,बगरू और कोटपूतली नगरपालिका शामिल हैं, इनमें निर्दलीय तय करेंगे कि नगर पालिका अध्यक्ष कौन होगा. इन 10 नगर पालिकाओं में से जोबनेर नगर पालिका से मंत्री लालचंद कटारिया, विराट नगर नगर पालिका से इंद्राज गुर्जर, चाकसू से वेद सोलंकी, बगरू से गंगा देवी और कोटपूतली से मंत्री राजेंद्र यादव आते हैं. इन 10 में से 5 नगर पालिका क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं. एक नगर पालिका शाहपुरा में निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल आते हैं, जो कांग्रेस समर्थित हैं.

पढ़ें: मंत्री पिता के खिलाफ बेटे का भूख हड़ताल का ऐलान, सोशल मीडिया पर कहा- मैं बहुत शर्मिंदा हूं...

बाकी 4 नगरपालिका चोमू, सांभर, फुलेरा, किशनगढ़-रेनवाल में भाजपा विधायक है. इनमें से तीन नगरपालिका है. सांभर, फुलेरा और किशनगढ़-रेनवाल तो फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत के विधानसभा क्षेत्र में आती है. लेकिन, भाजपा को एक भी नगर पालिका में पूरा बहुमत नहीं मिला है और चोमू विधायक और भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा कि चोमू नगरपालिका में 20 साल बाद कांग्रेस को सफलता मिली है. सांभर और कोटपूतली में कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला टाई रहा है. जहां बहुमत में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. बाकी तीन नगर पालिकाओं बगरू, चाकसू और शाहपुरा में भी निर्दलीय ही यह तय करेंगे कि नगर पालिका का अध्यक्ष कांग्रेस का होगा या भाजपा का. लेकिन, सत्ताधारी दल होने के कारण लगता है कि यहां कांग्रेस को फायदा होगा और निर्दलीय कांग्रेस को ही समर्थन करेंगे.

01. जोबनेर नगर पालिका- कृषि मंत्री लालचंद कटारिया
लोकसभा चुनाव और जयपुर नगर निगम ग्रेटर में हार का सामना कर रहे कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के लिए नगर पालिका के चुनाव राहत लेकर आए हैं. कटारिया की झोटवाड़ा विधानसभा में आने वाली जोबनेर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी है. यहां 20 वार्डों में से कांग्रेस ने 13 वार्डों में जीत दर्ज करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष कांग्रेस का तय कर लिया है, तो वहीं जोबनेर नगरपालिका से भाजपा को महज पांच वार्ड तो वही निर्दलीयों के हाथ में 3 सीट गई है.

02. कोटपूतली नगर पालिका- मंत्री राजेंद्र यादव
कोटपूतली नगर पालिका के नतीजे भाजपा और कांग्रेस के लिए टाई रहे हैं. जहां कांग्रेस को 8 सीट और भाजपा को भी 8 वार्डों में जीत मिली है, तो वहीं निर्दलीयों को पूर्ण बहुमत मिला है. यहां 40 वार्ड में से 24 वार्ड में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है.

03. विराट नगर नगर पालिका -कांग्रेस विधायक इन्द्रराज गुर्जर
विराट नगर नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बना है. यहां 25 वार्ड में से 15 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, 5 पर भाजपा के प्रत्याशी जीते हैं और 5 वार्डो पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है.

पढ़ें: घनश्याम तिवाड़ी के बाद अब अगला कौन? राहुल गांधी के इस करीबी नेता का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में

04. बगरू नगर पालिका- कांग्रेस विधायक गंगा देवी
बगरू नगर पालिका में अध्यक्ष पद की चाबी निर्दलीयों के हाथ में है. हालांकि, बगरू नगर पालिका के 35 वार्ड में से सर्वाधिक 16 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. इसी तरीके से भाजपा के हाथ 11 वार्ड लगे हैं, तो वहीं 8 वार्डों में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की है. ऐसे में बगरू नगर पालिका का चेयरमैन कौन होगा, इसका फैसला निर्दलीय करेंगे.

05. चाकसू नगर पालिका- कांग्रेस विधायक वेद सोलंकी
चाकसू नगर पालिका मे भी चेयरमैन पद की चाबी निर्दलीयों के हाथ में है. यहां 35 वार्ड में से सर्वाधिक 13 वार्ड में भाजपा के प्रत्याशी जीते, तो वहीं कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. इसी तरीके से निर्दलीय भी 11 प्रत्याशी चाकसू नगर पालिका से जीते हैं ऐसे में चाकसू नगर पालिका में अध्यक्ष कौन होगा इसका फैसला निर्दलीय ही करेंगे.

06. किशनगढ़ -रेनवाल नगर पालिका- फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत
जयपुर की किशनगढ़-रेनवाल नगर पालिका भाजपा के फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत की विधानसभा सीट फुलेरा में आती है, लेकिन तीन बार के विधायक निर्मल कुमावत के लिए किशनगढ़- रेनवाल नगर पालिका के नतीजे खराब आए हैं, क्योंकि किशनगढ़ -रेनवाल नगर पालिका में कांग्रेस अपना बोर्ड बनाने जा रही है. यहां कुल 35 सीटों में से 18 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है, तो भाजपा को विधायक होने के बावजूद महज 10 सीटों से संतोष करना पड़ा है सात निर्दलीयों ने भी जीत दर्ज की है.


07. सांभर नगर पालिका- फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत
सांभर नगर पालिका भाजपा के फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत की फुलेरा विधानसभा में आती है. सांभर नगर पालिका में भाजपा और कांग्रेस दोनों में मुकाबला टाई रहा है. सांभर में कुल 25 वार्ड है जिनमें से 9 वार्ड पर भाजपा और 9 वार्ड पर कांग्रेस का कब्जा हुआ है, लेकिन सांभर नगरपालिका में अध्यक्ष कौन बनेगा इसका फैसला वह सात निर्दलीय करेंगे जिन्होंने 7 वार्डो में जीत दर्ज की है.


08.फुलेरा नगर पालिका- भाजपा विधायक निर्मल कुमावत
फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत के लिए नगर पालिका चुनाव अच्छे नहीं रहे हैं. फुलेरा नगर पालिका में 25 सीटों में से कांग्रेस ने 15 सीट पर जीत दर्ज करते हुए पूर्ण बहुमत से अपना अध्यक्ष बनना तय कर लिया है. यहां भाजपा विधायक होने के बावजूद भाजपा को 9 वार्डों में ही जीत के साथ संतोष करना होगा, तो वहीं 1 वार्ड में निर्दलीय को जीत मिली है. इस तरीके से भाजपा के फुलेरा विधायक के लिए नगर पालिका चुनाव बुरे रहे हैं. क्योंकि, उनके विधानसभा क्षेत्र में आने वाली तीन नगरपालिका में से दो में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत है, तो एक में निर्दलीयों के सहारे से बोर्ड चुना जाएगा.

09. शाहपुरा नगर पालिका- निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल

शाहपुरा नगर पालिका में कांग्रेस का प्रदर्शन भाजपा से बेहतर रहा है. लेकिन, सत्ता की चाबी यहां निर्दलीयों के पास है. शाहपुरा नगर पालिका के कुल 35 वार्डो में से 14 वार्ड भाजपा ने जीते हैं, तो कांग्रेस के खाते में 15 वार्ड आए हैं. वहीं, 6 वार्ड निर्दलीयों ने जीते हैं ऐसे में शाहपुरा नगर पालिका के अध्यक्ष का फैसला निर्दलीय करेंगे.

10. चोमू नगरपालिका- भाजपा विधायक रामलाल शर्मा
चोमू नगरपालिका भाजपा के चोमू विधायक रामलाल शर्मा के विधानसभा में आती है, लेकिन दो बार से लगातार चोमू से विधायक का चुनाव जीत रहे, तीन बार के विधायक और भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा के लिए चोमू नगरपालिका के चुनाव बुरा सपना साबित हुए हैं. भाजपा का गढ़ माने जाने वाली चौमू नगरपालिका में 20 साल बाद कांग्रेस को जीत मिली है. चोमू नगरपालिका की कुल 45 सीटों में से कांग्रेस ने 30 सीटों पर कब्जा जमाते हुए पूर्ण बहुमत प्राप्त किया है, तो भाजपा को महज 11 वार्डों में सफलता मिली है. यहां एक सीट हनुमान बेनीवाल की आरएलपी और 3 सीटें निर्दलीयों ने भी जीती है, लेकिन यहां नगर पालिका अध्यक्ष कांग्रेस का बनना तय है.

Last Updated : Dec 13, 2020, 9:49 PM IST
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