जयपुर. फुलेरा कस्बे में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर गंदे मल-मूत्र और रसायन युक्त पानी से अनाज और सब्जियों पैदा की जा रही खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. उसके बाद स्थानीय प्रशासन और नगर पालिका ने कार्रवाई कर किसानों के जनरेटर, पाइप और मोटर को जब्त किया और भविष्य में इस प्रकार से खेती नहीं करने के लिए पाबंद किया.
जानकारी के अनुसार फुलेरा क्षेत्र में जिस पानी को जानवर भी नहीं पीते थे, उस पानी से आस-पास के क्षेत्र में खेती की जा रही थी. कस्बे के सांभर रेलवे लाइन के पास फुलेरा क्षेत्र के बहने वाले गंदेपानी से किसान अनाज और सब्जी उगाने का काम पिछले कई सालों से कर रहे थे. नगर पालिका प्रशासन ने बुधवार सुबह कार्रवाई करते हुए जेसीबी की सहायता से पानी भरे गड्ढों को मिट्टी से भरवाया और किसानों के जनरेटर और पाइप सहित पम्पसेट को जब्त किया. नगर पालिका प्रशासन कि ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद में आस-पास के क्षेत्र में खेती करने वाले अन्य किसानों में हड़कंप मच गया.
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गौरतलब है कि क्षेत्र के आसपास के इलाकों में करीब 8 से 9 खेतों में गंदे नाले के पानी से सब्जी और गेहूं की खेती की जा रही थी. गंदगी के साथ लोगों को रसायनों से अपशिष्ट मिले पानी की खेती से पैदा हुई सब्जी खिलाई जा रही थी. लेकिन जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे थे और लोगों के सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा था. इन खेतों में गंदे नाले के समीप इंजन रखकर पानी खींचा जा रहा था. सिंचाई के बाद तैयार सब्जियां बाजार में ही धड़ल्ले से बेची जा रही थी.
नगर पालिका चेयरमैन रतन राजोरा ने ईटीवी भारत का आभार जताया. राजोरा ने बताया कि केमिकल युक्त और गंदे पानी से सिंचित हरी सब्जियां और फल सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक होते हैं. लंबे समय तक इनका सेवन करने से किडनी, लीवर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इस दौरान कार्रवाई में नगर पालिका ईओ छगन लाल यादव और आधा दर्जन पुलिसकर्मी मौजूद रहे.