जयपुर. लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी अब बढ़ता जा रहा है. जहां एक तरफ बसों के किराए में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं, दूसरी ओर माल लदान करने वाले ट्रांसपोर्टर्स भी अपने किरायों में बढ़ोतरी कर रहे हैं. इसको लेकर जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर चैंबर्स के द्वारा भी इसका विरोध किया गया है.
जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर चैंबर के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा डीजल और पेट्रोल पर जो बढ़ोतरी की जा रही है. उसका जयपुर सहित पूरे प्रदेश के ट्रांसपोर्टर विरोध करते हैं. गोपाल सिंह राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार को ट्रांसपोर्टर्स को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी करने चाहिए. लेकिन इस समय केंद्र सरकार रोजाना पेट्रोल और डीजल के दामों में कभी 25 पैसे, 30 पैसे और 50 पैसे की बढ़ोतरी कर रही है. गोपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि डीजल की जो लागत है, वह सारे खर्चे निकालने के बाद 32 रुपए आती है. लेकिन उसके बावजूद भी करीब 81 रुपए केंद्र और राज्य सरकार टैक्स के रूप में वसूलती है.
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वहीं, गोपाल सिंह राठौड़ ने केंद्र और राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस समय यह दोनों ही सरकारें अपने मुनाफे में लगी हुई हैं. गोपाल सिंह राठौड़ ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि डीजल के दामों पर केंद्र सरकार के द्वारा लगातार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई जा रही है, जिसके चलते डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. केंद्र सरकार अपना खजाना भर रही है.
राठौड़ ने कहा कि यदि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी नहीं करती है तो राजस्थान के सभी ट्रांसपोर्ट ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट के साथ मिलकर पूरे देश के अंतर्गत अपने ट्रकों को नहीं चलाएंगे और चक्का जाम कर देंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी. राठौड़ ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने की वजह से ट्रांसपोर्टर्स का पतन होना निश्चित हो गया है. ऐसे में अब केंद्र सरकार को सभी ट्रांसपोर्टर्स को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल के दामों में कमी करनी चाहिए.