जयपुर. निकाय प्रमुखों के चुनाव को लेकर कैबिनेट का फैसला सामने आने के बाद कई दिग्गज नेताओं के मेयर पद पर चुनाव लड़ने के सपने पर पानी फिर गया है. हालांकि शहर के वर्तमान मेयर विष्णु लाटा अभी भी पार्षद के नाते चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं. बशर्ते 19 अक्टूबर को निकाली जाने वाली लॉटरी में जयपुर मेयर की जनरल सीट आए. इस संबंध में विष्णु लाटा ने ETV भारत से बातचीत के दौरान कहा कि वो पहले भी पार्षद से ही मेयर बने. पीएम हो, चाहे सीएम सभी को इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है और यदि पार्षद के माध्यम से मेयर का चुनाव होना है तो वो पार्षद का चुनाव जरूर लड़ेंगे.
उधर, शहर के डिप्टी मेयर मनोज भारद्वाज भी मेयर पद के डायरेक्ट इलेक्शन को ध्यान में रखते हुए तैयारियों में जुटे हुए थे. कैबिनेट के फैसले के बाद उन्होंने अपने चुनाव लड़ने के फैसले को पार्टी पर छोड़ दिया है. भारद्वाज ने कहा कि बीजेपी कैडर बेस पार्टी है. पार्टी में रणनीति के तहत काम होते हैं और वही फैसले भी लेती है.
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बता दें, कि नवंबर में 52 नगरीय निकायों के चुनाव होने हैं. ऐसे में नगर निगम के मेयर, नगर पालिका के चेयरमैन और नगर परिषद के सभापति को लेकर 19 अक्टूबर को स्वायत्त शासन विभाग की ओर से लॉटरी निकाली जाएगी. लॉटरी के बाद मेयर की दौड़ में शामिल होने के लिए संभव है कि कई दिग्गज नेता पार्षद का चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतरें.