जयपुर. हाल ही में केरल में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. आईसीएमआर (ICMR) ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा था कि राजस्थान में 75.2 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी (Antibodies) बन चुकी है. लेकिन राजस्थान में बाहर से आने वाले पर्यटक (Tourist) प्रदेश की स्थिति को बिगाड़ सकते हैं.
आईसीएमआर की चेतावनी के बावजूद राजस्थान में बाहरी सैलानियों की आवक लगातार बढ़ रही. ऐसे में न तो बाहर से आने वाले लोगों की कोविड-19 संक्रमण की जांच (covid test) की जा रही है और न ही किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) की पालना हो रही है.
आईसीएमआर की ओर से तीसरी लहर की चेतावनी के बाद हाल ही में केरल राज्य में कोविड-19 संक्रमण (Covid infection in Kerala) के मामलों में भी कमी देखने को मिली है. प्रदेश में तकरीबन हर दिन 30 से अधिक फ्लाइट्स बाहरी राज्यों से आती हैं, तो वहीं जयपुर जंक्शन (Jaipur Junction) पर हर दिन 100 से अधिक ट्रेन गुजरती हैं. इसके अलावा अनलॉक की प्रक्रिया (unlock process) के बाद सैलानियों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
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अनलॉक की प्रक्रिया के बाद राजस्थान में अब तक 3 लाख के करीब पर्यटक आ चुके हैं. ऐसे में बाहरी राज्यों से बढ़ती भीड़ प्रदेश के लिए परेशानी का कारण बन सकती है. मौजूदा समय में प्रदेश में लगातार कोविड संक्रमण के मामले घट रहे हैं.
हम होंगे जिम्मेदार
मामले को लेकर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ( Health Minister Dr. Raghu Sharma) का कहना है कि कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर (second wave) में बड़ी परेशानी देखने को मिली थी. कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर की बात कही जा रही है, ऐसे में यदि सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन (covid guideline) की पालना नहीं की जाती है तो हालात एक बार फिर से बिगड़ सकते हैं.
मंत्री का यह भी कहना है कि राजस्थान में कोविड 19 संक्रमण के मामले कम जरूर हो रहे हैं, लेकिन सावधानी हटते ही एक बार फिर दुर्घटना घट सकती है. तो ऐसे में मास्क और सैनिटाइजर (Masks and sanitizers) का उपयोग लगातार करते रहना होगा.