जयपुर. राजधानी जयपुर में कोरोना संक्रमण से बिगड़े हालात को सुधारने के लिए प्रशासनिक अधिकारी हरसंभव प्रयास में जुटे हैं. पूरा प्रशासनिक अमला इस कवायद में जुटा है. लेकिन समय पर जांच और इलाज नहीं मिलने के करण कोरोना संक्रमित मरीजों की स्थिति गंभीर होती जा रही है. ऐसे में कोरोना लक्षणों वाले मरीजों का बिना जांच इलाज शुरू करने के लिए जयपुर में घर-घर सर्वे शुरू कर दिया गया है.
जयपुर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा के निर्देशों के बाद एएनएम, आशा सहयोगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे शुरू कर दिया है. इसके तहत खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की सूची तैयार की जा रही है. जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि जयपुर में कोरोना संक्रमण बड़ी तेजी से फैलता जा रहा है. जहां हर तीसरी जांच में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिल रहा है. इसे देखते हुए जयपुर जिले में सर्वे करवाकर आईएलआई मरीजों की बिना जांच ही इलाज शुरू किया जा रहा है.
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इन लक्षणों वाले मरीजों को विभाग द्वारा तैयार किया गया कोरोना किट वितरित किया जाएगा. ताकि समय पर लोगों को इलाज मिल सके. इसके लिए जयपुर में 2 लाख किट तैयार किए गए हैं. यह किट एएनएम, आशा सहयोगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे करवाकर आईएलआई के मरीजों को वितरित किए जाएंगे. जिलेभर में अभी करीब 270 टीम सर्वे कर रही हैं. जिन्हें बढ़ाकर अब दो हजार किया जाएगा. ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और इस संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके.
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बता दें कि जयपुर जिले के ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में स्थानीय स्तर पर ही मरीजों को उपचार मुहैया करवाने के लिए जयपुर के सभी 23 ब्लॉक में एक-एक सीएचसी को कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है. इसके साथ ही आईएलआई के लक्षण वाले मरीजों को घर-घर दवा के किट दिए जाएंगे. ताकि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके.