जयपुर. हिस्ट्रीशीटर अजय यादव हत्याकांड को पुलिस पुरानी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई मान रही है. वारदात स्थल पर मौजूद चश्मदीद और बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है. साथ ही प्रकरण से जुड़ी हुई हर एक कड़ी को बारीकी से परख रही है.
डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद ने बताया कि प्रकरण को सुलझाने के लिए टेक्निकल एविडेंस और इनपुट के आधार पर पुलिस लगातार बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है. राजधानी के ऐसे बदमाश जो पूर्व में हिस्ट्रीशीटर अजय यादव के साथ किसी अपराध में लिप्त रहे हैं या फिर उसके विरोधी गैंग के रहे हैं, उनकी कुंडली खंगालने का काम किया जा रहा है.
इसके साथ ही अजय यादव हत्याकांड के बाद जयपुर शहर से फरार चल रहे बदमाशों पर पुलिस का विशेष फोकस है और उनकी तलाश की जा रही है. वहीं, इस पूरे प्रकरण को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम अजयपाल लांबा, डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद और डीसीपी वेस्ट रिचा तोमर के नेतृत्व में कमिश्नरेट स्पेशल टीम व डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम वेस्ट काम कर रही है.
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हिस्ट्रीशीटर अजय यादव की हत्या करने के बाद हत्यारे दो स्कूटी पर सवार होकर वारदात स्थल से भागते हुए नजर आए हैं. जिनका आखरी फुटेज वारदात स्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर प्राप्त हुआ है. बदमाशों के आखिरी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अब प्रकरण में जांच को आगे बढ़ाते हुए अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी हुई है.