जयपुर. प्रदेश में चल रहे कोयले के संकट के बीच अब सरकार रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर पर (Rajasthan Focuses on renewable energy sector) फोकस कर रही है. गुरुवार को रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को लेकर अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई. विद्युत भवन में हुई इस बैठक में सेक्टर में चल रहे कामकाज को लेकर चर्चा हुई. साथ ही एनर्जी क्षेत्र में काम कर रही करीब 20 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कुछ अहम सुझाव दिए.
ऊर्जा विभाग की ओर से बुलाई गई इस बैठक में देश के नामी-गिरामी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए. इस दौरान राजस्थान सोलर एसोसिएशन, इंडियन विंड पावर एसोसिएशन, राजस्थान बायोमास पावर डेवलपर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने क्षेत्र में आ रही अपनी समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखा. रूफटॉप सोलर और उससे उत्पादित होने वाली बिजली को लेकर प्रदेश में अलग से कंपनी बनाने का भी सुझाव दिया. वहीं अक्षय ऊर्जा को लेकर सरकार की ओर से लाई जाने वाली नई नीतियों को लेकर भी कई सुझाव दिए गए.
बैठक में ऊर्जा सचिव भास्कर ए सावंत, विद्युत प्रसारण निगम के एमडी टी रविकांत, आरआरईसीएल के एमडी अनिल ढाका सहित विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे. ऊर्जा विभाग ने तय किया है कि हर माह इस सेक्टर में काम करने वाली बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक रखी जाएगी. ताकि सरकार के स्तर पर इन कंपनियों की समस्याओं का समाधान हो सके और राजस्थान एनर्जी उत्पादन में देश में अग्रिम पंक्ति में बना रहे.