जयपुर. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने रविवार को अपने आवास से प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की. इस दौरान शर्मा ने बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई और उन्हें चॉकलेट भी दिए. इस दौरान उन्होंने बताया, कि पोलियो की समस्या गंभीर समस्या थी. वहीं पल्स पोलियो अभियान 1995 से चलाया जा रहा है.जिसमें 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाती है.
वहीं अभियान के दौरान शहर में कई जगहों पर बूथ लगाए गए. इसके अलावा अगले दिन बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो वैक्सीन की दो बूंद पिलाई जाएगी. राज्य में कुल 54,159 बूथ पर 1,69,056 वैक्सीनेटर्स और 3,376 मोबाइल टीम लगभग 1.08 करोड़ बच्चों को पोलियो वैक्सीन अभियान के दौरान दवा पिलाएगी.
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इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया, कि राज्य में दिसंबर 2009 के बाद पोलियो का कोई भी केस नहीं पाया गया है. जनवरी 2011 के बाद 8 सालों में कोई भी पोलियो का नया केस भारत में भी नहीं पाया गया. 27 मार्च 2014 को भारत को पल्स पोलियो मुक्त प्रमाण पत्र भी मिल चुका है.
वहीं राष्ट्रीय चरण के अतिरिक्त राज्य के बाड़मेर, जोधपुर, अलवर और भरतपुर जिले में उप राष्ट्रीय चरण भी आयोजित किए जाते हैं, क्योंकि जोधपुर और बाड़मेर में पाकिस्तान से आने वाले नागरिकों में पोलियो वायरस भारत लेकर आने की संभावना होती है. भरतपुर और अलवर जिले में उत्तर प्रदेश राज्य से सीमा लगी होने के कारण पोलियो वायरस फैलने की संभावना रहती है.