ETV Bharat / city

मौसमी बीमारियों की जद में 'राजस्थान'...कांगो फीवर, स्क्रब टाफस और स्वाइन फ्लू का कहर

प्रदेश से मानसून लगभग विदा ले चुका है, लेकिन इसके बाद अब मौसमी बीमारियों ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. बता दें कि पूरा प्रदेश इस समय मौसमी बीमारियों की जद में आ चुका है.

जयपुर न्यूज, jaipur latest news, राजस्थान में मौसमी बीमारियों का कहर,
author img

By

Published : Oct 10, 2019, 6:01 PM IST

जयपुर. प्रदेश में एक तरफ मौसमी बीमारियों से हालात बिगड़ने लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर चिकित्सा विभाग मौसमी बीमारियों से जुड़े आंकड़े छुपाने में लगा हुआ है. मौजूदा हालात की बात करें तो प्रदेश में इन दिनों स्वाइन फ्लू, स्क्रब टायफस और मलेरिया के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं.

राजस्थान में मौसमी बीमारियों का कहर

स्क्रब टायफस की बात करें तो प्रदेश में अब तक करीब 1300 मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं स्वाइन फ्लू के अभी तक 5000 से अधिक मामले पॉजिटिव सामने आए हैं. बता दें कि इस साल इस बीमारी से 208 मौत हो चुकी हैं. सबसे अधिक जोधपुर में 35 मौत दर्ज की गई हैं. वहीं जयपुर में 19 और बाड़मेर, कोटा में 16-16 मौत हो चुकी हैं.

यह भी पढ़ें: विधानसभा उप चुनाव: मंडावा के बाजार से चुनावी चर्चा, स्थानीय ही नहीं, राष्ट्रीय मुद्दे भी हावी

इसके अलावा प्रदेश में डेंगू और मलेरिया के मामले भी सामने आए हैं. जहां इन दोनों बीमारियों से अभी तक 1-1 मौत बताई जा रही है. मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि विभाग मामले को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुका है और प्रदेश के सभी अस्पतालों में अलर्ट भी जारी किया है ताकि समय रहते हालात पर काबू पाया जा सके.

जयपुर. प्रदेश में एक तरफ मौसमी बीमारियों से हालात बिगड़ने लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर चिकित्सा विभाग मौसमी बीमारियों से जुड़े आंकड़े छुपाने में लगा हुआ है. मौजूदा हालात की बात करें तो प्रदेश में इन दिनों स्वाइन फ्लू, स्क्रब टायफस और मलेरिया के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं.

राजस्थान में मौसमी बीमारियों का कहर

स्क्रब टायफस की बात करें तो प्रदेश में अब तक करीब 1300 मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं स्वाइन फ्लू के अभी तक 5000 से अधिक मामले पॉजिटिव सामने आए हैं. बता दें कि इस साल इस बीमारी से 208 मौत हो चुकी हैं. सबसे अधिक जोधपुर में 35 मौत दर्ज की गई हैं. वहीं जयपुर में 19 और बाड़मेर, कोटा में 16-16 मौत हो चुकी हैं.

यह भी पढ़ें: विधानसभा उप चुनाव: मंडावा के बाजार से चुनावी चर्चा, स्थानीय ही नहीं, राष्ट्रीय मुद्दे भी हावी

इसके अलावा प्रदेश में डेंगू और मलेरिया के मामले भी सामने आए हैं. जहां इन दोनों बीमारियों से अभी तक 1-1 मौत बताई जा रही है. मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि विभाग मामले को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुका है और प्रदेश के सभी अस्पतालों में अलर्ट भी जारी किया है ताकि समय रहते हालात पर काबू पाया जा सके.

Intro:जयपुर- प्रदेश से मॉनसून लगभग विदा ले चुका है लेकिन इसके बाद अब मौसमी बीमारी हो ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है और पूरा प्रदेश मौसमी बीमारियों की जद में आ चुका है


Body:प्रदेश में मौसमी बीमारियों के बाद हालात बिगड़ने लगे हैं तो वहीं दूसरी और चिकित्सा विभाग मौसमी बीमारियों से जुड़े आंकड़े छुपाने में लगा हुआ है ।मौजूदा हालात की बात करें तो स्वाइन फ्लू स्क्रब टायफस और मलेरिया के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। स्क्रब टायफस की बात करें तो प्रदेश में अब तक करीब 1300 मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं स्वाइन फ्लू के अभी तक 5000 से अधिक मामले पॉजिटिव सामने आए हैं तो वहीं इस साल 208 मौत इस बीमारी से हो चुकी है सबसे अधिक जोधपुर 35 दर्ज की गई है तो वही जयपुर में 19 और बाड़मेर, कोटा में 16-16 मौत हो चुकी है इसके अलावा डेंगू और मलेरिया के मामले भी सामने आए हैं जहां इन दोनों बीमारियों से अभी तक 1-1 मौत बताई जा रही है। मामले को लेकर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि विभाग मामले को लेकर एडवाइजरी जारी कर चुका है और प्रदेश के सभी अस्पतालों में अलर्ट भी जारी किया है ताकि समय रहते हालात पर काबू पाया जा सके

बाईट- रघु शर्मा चिकित्सा मंत्री


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.