जयपुर. पूर्व डीजीपी हरीश चंद्र मीणा ने शुक्रवार विधानसभा में पुलिस और कारागार की अनुदान मांगों पर बोलते हुए एक बार फिर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, जब थानागाजी की घटना हुई, तो पूरे देश और दुनिया को पता था, लेकिन वहां के एसएचओ और एसपी को पता नहीं था.
उन्होंने यह भी पूछा कि एससी-एसटी एक्ट में अब तक कितनी कार्रवाई हुई है. यह गृहमंत्री आज अपने जवाब में सदन को बताएं. मीणा ने कहा कि राजस्थान में हर शहर में अल्पसंख्यक के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं हो रही है, हम इंटरनेट बंद करने पर तो इतना हो-हल्ला मचाते हैं, लेकिन इस पर कोई नहीं बोलता. अगर अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कश्मीर में गुनाह है, तो वह राजस्थान में भी गुनाह है.
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उन्होंने कहा, कि पिछली सरकार ने 72 गुर्जर मरवा दिए आनंदपाल का मामला हुआ और दारा सिंह एनकाउंटर हुआ. उन्होंने कहा कि जयपुर शहर के कैबिनेट मंत्री को मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रदेश कांग्रेस जाना पड़ता है तो फिर प्रदेश में न्याय की व्यवस्था क्या होगी.