जयपुर. राज्यसभा चुनाव में भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. सुभाष चंद्रा को समर्थन दिए जाने के बाद आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल पर रुपयों के लेनदेन के आरोप लगाए गए हैं. बेनीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा के साथ ही कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा भी अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है और इन्हें इलाज की जरूरत है. मौजूदा चुनाव और उसमें लग रहे आरोपों को लेकर हनुमान बेनीवाल (hanuman beniwal exclusive interview with etv bharat) ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
सस्ती लोकप्रियता के लिए मिश्रा ने लगाए आरोप, आप का राजस्थान में नहीं कोई अस्तित्व
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सांसद और आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आप विधायक और प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा महज सस्ती लोकप्रियता के लिए आरएलपी और मुझपर आरोप लगा रहे हैं. वैसे भी राजस्थान में आम आदमी पार्टी का न तो कोई अस्तित्व है और न ही भविष्य. बेनीवाल ने कहा कि आप को राजस्थान में तीसरे विकल्प के रूप में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ही नजर आ रही है इसलिए हमें टारगेट किया जा रहा है.
आरोपों के सबूत सामने रखें मिश्रा, यदि सच्चाई है तो छोड़ दूंगा राजनीति
हनुमान बेनीवाल ने यह भी कहा कि यदि आप नेता विनय मिश्रा जो आरोप लगा रहे हैं उसमें सच्चाई है तो सबूत सबके सामने रखें. बेनीवाल ने कहा कि विनय मिश्रा की ओर से लगाए गए आरोपों की किसी भी स्तर तक जांच करवाने के लिए वह तैयार हैं. यदि आरोप सच हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा. बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस का 'गठबंधन' है. उनके खिलाफ केवल आरएलपी ही आवाज बुलंद करती है.
दिव्या मदेरणा को भी आड़े हाथों लिया
आरएलपी की ओर से निर्दलीय भाजपा समर्थित प्रत्याशी डॉक्टर सुभाष चंद्रा को समर्थन दिए जाने के बाद कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा के बयानों पर भी बेनीवाल ने पलटवार किया. बेनीवाल ने कहा की दिव्या मदेरणा के पिता महिपाल मदेरणा और दादा का जिस अशोक गहलोत ने 'इलाज' किया था, आज वह उसी की गोद में जाकर बैठी हैं. बेनीवाल ने कहा कि विरोधियों की गोद में बैठकर इस प्रकार के आरोप लगाना उचित नहीं है. हनुमान बेनीवाल की माने तो जब दिव्या मदेरणा के पिता जेल में थे तब उन्होंने ही मां-बेटी की चुनाव जीतने में मदद की थी लेकिन अब मदेरणा को इस बात का दर्द है कि क्षेत्र में बेनीवाल पॉपुलर हो रहे हैं.
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि साल 2023 में चुनाव आ रहे हैं और दिव्या मदेरणा के आरोपों की हकीकत भी पता चल जाएगी. बेनीवाल के अनुसार उनके समाज के नेताओं ने कभी मुख्यमंत्री की लड़ाई नहीं लड़ी. हमेशा तीसरे, चौथे और पांचवें नंबर की ही लड़ाई लड़ते रहे. हनुमान बेनीवाल ने कहा कि उन्हें लगता है कि दिव्या मदेरणा भी अपना मानसिक संतुलन खो चुकी हैं और उन्हें उपचार की आवश्यकता है.
आरएलपी बीजेपी की बी टीम नहीं, वरना गठबंधन नहीं तोड़ते
हनुमान बेनीवाल ने आरएलपी पर बीजेपी की बी टीम होने के आरोपों को सिरे से नकारा है. उन्होंने कहा कि यदि वह और उनकी पार्टी बीजेपी की बी टीम होती तो हम भाजपा से गठबंधन नहीं तोड़ते. साथ ही जितने भी उपचुनाव हुए हैं उसमें भी आरएलपी अपने प्रत्याशी खड़े नहीं करती. बेनीवाल ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में हमने ऐलान कर दिया था कि बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों को वोट नहीं देंगे. ऐसे में निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा को वोट और समर्थन देने का हमने ऐलान किया है. बेनीवाल ने यह भी तर्क दिया कि यदि हम वोट डालने ही नहीं जाते हैं तो भी हम पर आरोप लगते हैं कि हमने कांग्रेस को फायदा पहुंचाया. यही कारण है कि राजस्थान के विकास के लिए सुभाष चंद्रा को समर्थन देने का फैसला लिया है.
सुभाष चंद्रा की जीत की संभावना, हमारे टेलीफोन भी हो रहे हैं ट्रैप
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हमारी पार्टी के विधायक और हमारे फोन भी इस समय टेप हो रहे हैं जिसकी पूरी संभावना है. बेनीवाल ने कहा कि केवल अभी ही नहीं पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में भी हमारे फोन टेप किए गए थे. वहीं एक सवाल के जवाब में बेनीवाल ने कहा कि भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. सुभाष चन्द्रा के विजय होने की संभावना है. क्योंकि जिस तरह कांग्रेस सरकार के विधायकों में असंतोष है उसका फायदा उन्हें मिल सकता है।.
विनय मिश्रा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा कर रहे दायर
आप नेता विनय मिश्रा की ओर से लगाए गए आरोपों पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इन निराधार आरोपों के खिलाफ हमने जालूपुरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. अब हाईकोर्ट में मानहानि से जुड़े 2 मुकदमे भी दायर किए जा रहे हैं जिसकी कागजी कार्रवाई पूरी की जा चुकी है.