जयपुर. शहीद स्मारक पर रीट में पद बढ़ाने सहित अन्य मामलों को लेकर धरने पर बैठे बेरोजगारों को पुलिस प्रशासन की ओर से जबरन हटाए जाने के मामले में अब सियासत भी शुरू हो गई है. भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और RLP सांसद व संयोजक हनुमान बेनीवाल ने बेरोजगारों को जबरदस्ती खदेड़ने की घटना की निंदा की है. उन्होंने सरकार पर दमनकारी नीति अपनाने का आरोप लगाया (unemployed removed from Shaheed Smarak).
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि असिस्टेंट कमांडेंट विकास जाखड़ (Assistant Commandant Vikas Jakhar) को पुलिस ने बर्बर तरीका अपनाते हुए गिरफ्तार किया है. भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ियों से आहत जाखड़ लोकतांत्रिक तरीके से धरना देना चाहते थे लेकिन उनके सम्मान का जरा भी ख्याल नहीं रखा गया. मीणा ने कहा कि शहीद स्मारक पर शांतिपूर्वक धरने पर बैठे बेरोजगारों पर लाठीचार्ज सरकार के युवाओं के खिलाफ अत्याचार की निशानी है और युवा पीढ़ी आने वाले समय पर इसका माकूल जवाब भी देगी. मीणा ने कहा इस सरकार के ताबूत में आखिरी कील युवा ही ठोकेंगे.
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हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal on Berojgar) ने एक बयान जारी कर कहा कि गुरुवार को जिस तरह पुलिस प्रशासन ने दमन की नीति अपनाते हुए धरने पर बैठे बेरोजगार अभ्यर्थियों को खदेड़ा, वह निंदनीय है. बेनीवाल ने कहा लोकतंत्र में सभी को अपना पक्ष और अपनी मांग रखने का अधिकार है. ऐसे में सरकार जिस तरह से गूंगी बहरी बन बेरोजगार अभ्यर्थियों के मामले में जो रवैया अपना रही है, वह केवल युवाओं का ही नहीं बल्कि उन जनप्रतिनिधियों का भी अपमान है. बेनीवाल ने कहा कोरोना के संकट से उबरते ही आरएलपी प्रदेश में बेरोजगारों के समर्थन में एक बड़ा जन आंदोलन करेगी.