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क्या है अनूप मंडल, जिसे प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर कटारिया ने अमित शाह को लिखा पत्र - अनूप मंडल

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने अनूप मंडल को प्रतिबंधित करने की मांग है.

Gulabchand Kataria, Amit Shah
गुलाबचंद कटारिया का अमित शाह को पत्र
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Published : Jun 20, 2021, 12:47 PM IST

Updated : Jun 20, 2021, 1:07 PM IST

जयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने अनूप मंडल सदस्यों की ओर से जैन धर्म के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार और मंडल की जैन समाज के खिलाफ गतिविधियों की जांच करवाने और कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है.

नेता प्रतिपक्ष कटारिया (Leader of Opposition Gulabchand Kataria) ने अपने पत्र में लिखा कि अनूप मंडल एक जैन विरोधी संगठन है, जो राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में अशिक्षित गरीब और पिछड़ी जाति के लोगों में जैन धर्म जैन साधु और साध्वियों के खिलाफ दुष्प्रचार का जहर घोलने का काम कर रहा है.

Gulabchand Kataria, Amit Shah
लेटर की कॉपी

भगवान महावीर के जिन सिद्धांतों को जैन अनुयायी मानते हैं, उसका पहला संदेश 'जीओ और जीने दो हैं. जैन धर्म अहिंसा का पुजारी हैं. सभी धर्मों का सार उनके णर्मोकार महामंत्र में समाहित हैं. इस समाज ने कभी किसी व्यक्ति की आराधना नहीं की है. ऐसे समाज को अनूप मंडल जिसकी पैदाइशी मात्र 100 साल के लगभग हैं, वह कैसे जैन दर्शन और सिद्धांतों के बारे में अपशब्दों से आलोचना और वैमनस्यता फैला सकता है.

Gulabchand Kataria, Amit Shah
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यह भी पढ़ें. विधायक जोहरी लाल मीणा की पत्नी की शोक सभा में शामिल होने दौसा पहुंचे पायलट, मीडिया से बनाई दूरी

अनूप मंडल के सदस्य पर जैन साधुओं पर हमला करने का आरोप

कटारिया ने लिखा कि मंडल के सदस्य जैन साधुओं पर हमला करते हैं. उनकी चोटों से कई साधु दिवगंत भी हुए हैं. सड़क पर पैदल विहार करने वाले साधुओं को सड़क दुर्घटना से चोट पहुंचाई है, जिससे कई साधु अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं.

यह भी पढ़ें. ICU में राजस्थान की कानून व्यवस्था, गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ से जनता आहतः हनुमान बेनीवाल

इस प्रकार की घटना विशेषकर राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तरप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में हुई है और आज भी मंडल के सदस्य इस प्रकार के दुष्प्रचार में लगे हुए हैं.

अमित शाह से विषय को गंभीरता से लेने की अपील

राजस्थान में कई साल पहले इनके साहित्य और संगठन पर पाबंदी लगाकर कठोर कार्रवाई की गई हैं. इस बार सोशल मीडिया के माध्यम से जिस प्रकार से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. कटारिया के अनुसार इससे संपूर्ण देश के जैन समाज और विचरण करने वाले हजारों साधु संतों को कष्ट हो रहा है क्योंकि जैन दर्शन और उनके आदर्श को संपूर्ण देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में शांति और अहिंसा के लिए जाना जाता है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया कि वे इस विषय को गंभीरता से लेकर स्थाई रूप से इस संगठन अनूप मंडल को प्रतिबंधित करें. जिससे समाज में सौहार्द बना रहे.

क्या है अनूप मंडल ?

हाल ही में सोशल मीडिया पर अनूप मंडल को बैन करने का ट्रेंड चला था. वहीं राजस्थान के कुछ नेता और जनप्रतिनिधि इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार अनुपदास नाम के साधु ने 'जगतहितकारिणी' नाम की किताब लिखी. जिसमें उसने जैन और बनिया समाज के खिलाफ बातें लिखी हैं. इस किताब को मानने वाले गुट अनूप मंडल कहलाते हैं. ये लोग दुनिया में हर गलत चीज जैसे भूकंप से लेकर तूफान तक आने का कारण बनिया और जैन समाज को बताते हैं. राजस्थान के मेवाड़ के कुछ इलाकों में इस मंडल के सदस्य सक्रिय हैं.

जयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने अनूप मंडल सदस्यों की ओर से जैन धर्म के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार और मंडल की जैन समाज के खिलाफ गतिविधियों की जांच करवाने और कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है.

नेता प्रतिपक्ष कटारिया (Leader of Opposition Gulabchand Kataria) ने अपने पत्र में लिखा कि अनूप मंडल एक जैन विरोधी संगठन है, जो राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में अशिक्षित गरीब और पिछड़ी जाति के लोगों में जैन धर्म जैन साधु और साध्वियों के खिलाफ दुष्प्रचार का जहर घोलने का काम कर रहा है.

Gulabchand Kataria, Amit Shah
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भगवान महावीर के जिन सिद्धांतों को जैन अनुयायी मानते हैं, उसका पहला संदेश 'जीओ और जीने दो हैं. जैन धर्म अहिंसा का पुजारी हैं. सभी धर्मों का सार उनके णर्मोकार महामंत्र में समाहित हैं. इस समाज ने कभी किसी व्यक्ति की आराधना नहीं की है. ऐसे समाज को अनूप मंडल जिसकी पैदाइशी मात्र 100 साल के लगभग हैं, वह कैसे जैन दर्शन और सिद्धांतों के बारे में अपशब्दों से आलोचना और वैमनस्यता फैला सकता है.

Gulabchand Kataria, Amit Shah
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अनूप मंडल के सदस्य पर जैन साधुओं पर हमला करने का आरोप

कटारिया ने लिखा कि मंडल के सदस्य जैन साधुओं पर हमला करते हैं. उनकी चोटों से कई साधु दिवगंत भी हुए हैं. सड़क पर पैदल विहार करने वाले साधुओं को सड़क दुर्घटना से चोट पहुंचाई है, जिससे कई साधु अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए हैं.

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इस प्रकार की घटना विशेषकर राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तरप्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में हुई है और आज भी मंडल के सदस्य इस प्रकार के दुष्प्रचार में लगे हुए हैं.

अमित शाह से विषय को गंभीरता से लेने की अपील

राजस्थान में कई साल पहले इनके साहित्य और संगठन पर पाबंदी लगाकर कठोर कार्रवाई की गई हैं. इस बार सोशल मीडिया के माध्यम से जिस प्रकार से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. कटारिया के अनुसार इससे संपूर्ण देश के जैन समाज और विचरण करने वाले हजारों साधु संतों को कष्ट हो रहा है क्योंकि जैन दर्शन और उनके आदर्श को संपूर्ण देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में शांति और अहिंसा के लिए जाना जाता है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया कि वे इस विषय को गंभीरता से लेकर स्थाई रूप से इस संगठन अनूप मंडल को प्रतिबंधित करें. जिससे समाज में सौहार्द बना रहे.

क्या है अनूप मंडल ?

हाल ही में सोशल मीडिया पर अनूप मंडल को बैन करने का ट्रेंड चला था. वहीं राजस्थान के कुछ नेता और जनप्रतिनिधि इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार अनुपदास नाम के साधु ने 'जगतहितकारिणी' नाम की किताब लिखी. जिसमें उसने जैन और बनिया समाज के खिलाफ बातें लिखी हैं. इस किताब को मानने वाले गुट अनूप मंडल कहलाते हैं. ये लोग दुनिया में हर गलत चीज जैसे भूकंप से लेकर तूफान तक आने का कारण बनिया और जैन समाज को बताते हैं. राजस्थान के मेवाड़ के कुछ इलाकों में इस मंडल के सदस्य सक्रिय हैं.

Last Updated : Jun 20, 2021, 1:07 PM IST
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