जयपुर. राजस्थान विधानसभा सत्र के दौरान विश्वास मत पर बहस में शामिल हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर जुबानी हमला किया. कटारिया ने यह भी साफ तौर पर कहा कि टूटन कांग्रेस के भीतर थी, लेकिन आरोप भाजपा पर लगाया जा रहा था. कटारिया ने सदन में कहा कि जो आरोप भाजपा पर लगाए थे. यदि उसमें सच्चाई है तो कार्रवाई क्यों नहीं करते, सरकार तो आपकी ही है.
नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने कहा कि यदि आपके पास विश्वास मत था तो फिर 34 दिन जो लगे, यह काम तो आप पहले भी करवा सकते थे. कटारिया ने इस दौरान सदन में कहा कि यदि भाजपा की मंशा सरकार गिराने की होती तो हम अविश्वास प्रस्ताव लेकर आते हैं. आप हमारी वजह से नहीं बल्कि अपनी वजह से ही घायल हो. क्योंकि हम 75 लोग सरकार गिरा सकते हैं क्या. कटारिया ने कहा कि जब तक हम राजनेता अपनी पार्टी का चश्मा नहीं उठाएंगे और हकीकत नहीं देखेंगे तब तक हम अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारते रहेंगे.
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राज्यपाल को चेतावनी देने का किया कुकृत्य
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद गृहमंत्री है. बावजूद इसके राज्यपाल को चेतावनी देते हैं. यह कहां तक उचित है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जिनके ऊपर गृह विभाग की भी जिम्मेदारी है. यदि वह यह कहें कि राजभवन में यदि जनता घेराव करें तो सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं होगी. यह अपने आप में अमर्यादित शब्द थे. इस दौरान गुलाबचंद कटारिया ने गृह विभाग द्वारा फोन टेप करने के मामले को भी उठाया और कहा क्या यह सब कुछ नियमों के तहत किया गया.
पायलट को निकम्मा नकारा शब्द क्या मैंने बुलवाए थे?
सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने यह भी कहा कि क्या सचिन पायलट को निकम्मा नाकारा शब्द मैंने बुलाया था. गलती आप करो और दोष बीजेपी पर डालो. यह उचित नहीं.