जयपुर. राजस्थान विधानसभा में 4 दिन से चल रही बजट पर बहस के अंतिम दिन नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला. कटारिया ने कहा, कि पिछले बजट की अधिकतर योजनाएं अधूरी है तो नई घोषणा सरकार कैसे पूरा करेगी.
इस दौरान कटारिया ने बाड़मेर रिफाइनरी के लिए बजट में हुए महज 500 करोड़ के प्रावधान को लेकर भी कटाक्ष किया और कहा कि 43 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए बजट में महज 500 करोड़ का प्रावधान किया गया तो क्या अगले 15 साल में रिफाइनरी लगाने का सरकार का विचार है.
हर विभाग और मद में किया कम बजट का प्रावधान
बजट बहस पर बोलते हुए गुलाबचंद कटारिया ने पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में किए गए बजट प्रावधान और खर्च किए गए फंड की तुलना मौजूदा सरकार के कार्यकाल में हुए प्रावधान से कर दिया. कटारिया ने कहा, कि इस बार 15.7 फीसदी विकास में आपका बजट घटा है, जबकि पूंजीगत व्यय में 11 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाई गई. घटे हुए बजट में 1.6 फीसदी सामान्य शिक्षा का बजट कम हुआ, जबकि जनजाति विकास क्षेत्र के बजट में पिछली बार की तुलना में 27 करोड़ की कमी की गई है.
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वहीं, अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण पर पहले बजट में 1670 करोड़ का प्रावधान था जो घटकर 1667 करोड़ ही रह गया. कटारिया ने कहा, कि इसी तरह पर्यटन पर भी महज 31 फीसदी ही खर्च किया है. सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी मद पर पिछली भाजपा सरकार ने पहले साल में ही 43 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने अपने दूसरे बजट में ही इसमें 5.2 फीसदी की कटौती की है.
कटारिया ने कहा, कि गहलोत सरकार ने 12 हजार 912 करोड़ का घाटा दिखाया. उन्होंने कहा कि खर्चा कम दिखाकर राजस्थान को गलत आंकड़े दिखा रहे हैं. कटारिया ने कहा, कि स्वास्थ्य व चिकित्सा, सिंचाई और जल पूर्ति के विभागों को छोड़कर लगभग हर विभाग में खर्चे व्यय को कम किया है.
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इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा, कि सरकार दिसंबर तक का जो आंकड़े जारी किया है और जो आंकड़ा पेश किया है, वह काम धरातल पर हो जाएगा यह कोई साबित कर दे तो मैं आज ही सदन छोड़ कर चला जाऊंगा.
हालांकि, इस दौरान सदन में मौजूद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कटारिया पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा, कि बार-बार यह धमकी नहीं दीजिए. साथ ही उन्होंने अपने हाथ में रखा कागज भी दिखा दिया. इसमें कटारिया ने आपदा राहत मंत्री रहते हुए एक बयान दिया था लेकिन बाद में सदन में मुकर गए थे.
कर्जा की तुलना और वसुंधरा राजे की तारीफ
इस दौरान गुलाबचंद कटारिया ने कहा, कि हमारी सरकार ने 5 साल में 90 हजार करोड़ का कर्जा लिया, लेकिन आपकी सरकार ने दूसरा वर्ष शुरू होते ही अब तक 64 हजार करोड़ का कर्जा ले लिया है. उन्होंने वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में बिजली कंपनियों के घाटा पूरा करने के लिए किए गए प्रयासों का भी जिक्र किया.
कटारिया ने कहा, कि वसुंधरा राजे सरकार में कभी विकास कार्यों के लिए धन की कमी नहीं आई. उन्होंने कहा कि, गहलोत सरकार में बस धन की कमी का रोना रोते हुए दिखा है, लेकिन वसुंधरा सरकार के समय ऐसा कभी नहीं हुआ.
पिछले बजट की घोषणा भी अधूरीः कटारिया
बहस के दौरान कटारिया ने पिछले बजट में की गई उन घोषणाओं को भी सदन में बताया जो अब तक अधूरी है. कटारिया ने कहा, कि ना तो पंचायत समिति स्तर पर अब तक एक भी नंदी गौशाला खोली गई और ना ही 50 नए प्राथमिक स्कूल खोलने की घोषणा पूरी हुई. कटारिया के अनुसार केवल 2 नए प्राथमिक स्कूल ही खुल पाए, वहीं नंदी गौशाला खोलने की घोषणा भी अब तक अधूरी है.
'उदयपुर से या मुझसे नाराजगी थी जो बजट में कुछ नहीं दिया'
सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अपने क्षेत्र उदयपुर जिला और संभाग के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं होने को लेकर कहा, कि आपको मुझसे या मेरे उदयपुर से विशेष नाराजगी है जो बजट में कुछ नहीं दिया. कटारिया ने कहा, कि पिछले बजट में सरकार ने 50 करोड़ का फंड उदयपुर में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए रखा था, लेकिन उस दिशा में कोई काम नहीं हुआ है.