जयपुर. पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा (Rohitash Sharma) पर हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई (Disciplinary Action) के बाद से ही राजस्थान भाजपा (Rajasthan BJP) में बड़बोले बयानवीर नेताओं के विवादित बयानों पर ब्रेक लग गया है. खास तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) को आगामी मुख्यमंत्री का चेहरा बताने वाले बयान बिल्कुल ही रुक गए हैं.
हालांकि इस तरह के बयान अगर कोई नेता देता भी है तो वह पार्टी के अनुशासनहीनता के दायरे में नहीं आएगा. जी हां, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulab chand Kataria) का मौजूदा बयान तो यही संकेत दे रहा है.
कटारिया ने कहा कि वसुंधरा जी (Vasundhara Raje) के बारे में कोई क्या कहता है, इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. लेकिन बीजेपी (Rajasthan BJP) या संगठन के बारे में कोई अटपटी बात कहता है, तो वो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है.
कटारिया ने उदाहरण देकर कहा कि 'अगर मेरे पास ही कुछ लोग खड़े हैं...वे बोलें कि गुलाब चंद जी को सीएम बनाओ...या किसी अन्य को सीएम बनाओ..तो यह कोई कार्रवाई का मुद्दा नहीं है. या फिर मैं खुद ही कह दूं...कि मैं अगला सीएम हूं, तो भी कोई मुद्दा नहीं...लेकिन जब पार्टी और संगठन के बारे में हल्की बातें कही जाती हैं, जिससे संगठन कमजोर हो, तो वह अनुशासनहीनता के दायरे में आता है...उस पर भी कार्रवाई करने का अधिकार न तो मेरे पास है, न अध्यक्ष (BJP State President) के पास...बल्कि इसके लिए पार्टी की अनुशासन समिति (disciplinary committee) बनाई गई है, इस तरह के मुद्दे उसी में जाते हैं और कमेटी जो रिपोर्ट करती है...उसके आधार पर अध्यक्ष अपना फैसला लेता है.'
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से जुड़े समर्थक (Vasundhara Raje Supporter) अपने बयानों के जरिए वसुंधरा राजे को राजस्थान भाजपा का सर्वमान्य नेता बताते हुए आगामी मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट करने से संबंधित बयान देते आए हैं. वहीं सोशल मीडिया पर भी राजस्थान भाजपा से जुड़े कुछ प्रमुख नेताओं के 'नेक्स्ट सीएम राजस्थान' (Next CM Rajasthan) के रूप में पेज बने हैं, जो राजस्थान भाजपा के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बने रहते हैं.