जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट काल में बेमौसम बरसात, ओलावृष्टि और अंधड़ ने किसानों की परेशानी और बढ़ा दी है. विपक्ष प्रभावित और हताहत किसानों को मुआवजे की मांग लगातार करता आ रहा है. इस बीच पूर्व आपदा राहत मंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश सरकार पर एक गंभीर आरोप लगाया है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में कटारिया ने कहा कि जनवरी से अब तक प्रदेश में कई बार गिरदावरी का काम हुआ, लेकिन किसानों के खातों में मुआवजे की एवज में पैसा नहीं आया. कटारिया के अनुसार विधानसभा सत्र के दौरान भी भाजपा विधायकों ने जोर-शोर से मुद्दा उठाया था. लेकिन तब भी सरकार ने गिरदावरी करवाकर जल्द मुआवजा देने की बात कही. उनके अनुसार गिरदावरी भी हुई.
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लेकिन आज भी किसानों के खाते में मुआवजे का पैसा नहीं पहुंचा. वहीं, हाल ही में प्रदेश के विभिन्न जिलों में दो-तीन दिन से हो रही ओलावृष्टि और आंधी से हुए नुकसान के मामले में कटारिया ने सरकार का ध्यान आकर्षित किया है. कटारिया के अनुसार मौजूदा नुकसान के आकलन में सरकार को 10 से 15 दिन का समय भले ही लगे.
लेकिन इस बार सुनिश्चित किया जाए जो नुकसान हुआ है. उसके मुआवजा का पैसा किसानों के खातों में जरूर चला जाए, क्योंकि कोरोना संकट के चलते पहले ही किसानों की कमर टूट चुकी है. ऐसे में प्राकृतिक आपदा में यदि उसे सरकार के स्तर पर मदद नहीं मिली तो किसान और उसका परिवार पूरी तरह टूट जाएगा.
2700 करोड़ का फंड छोड़कर आया था, पर उपयोग नहीं किया: कटारिया
पिछली सरकार में आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री रहे गुलाबचंद कटारिया के अनुसार पिछली सरकार में वह 2700 करोड़ का फंड आपदा राहत में छोड़कर आए थे. लेकिन मौजूदा सरकार ने उसका अब तक क्या उपयोग करा यह भी बताना चाहिए. कटारिया के अनुसार आपदा राहत फंड में पैसों की सरकार के पास कोई कमी नहीं है. लेकिन इसका फायदा प्रदेश के प्रभावित किसानों को नहीं मिल पा रहा, यही हमारा दुख और पीड़ा है.
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राज्यपाल से करेंगे हस्तक्षेप की मांग: कटारिया
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के अनुसार सरकार से लगातार मांग करने के बावजूद किसानों को कोई राहत नहीं मिल पाई है. ऐसे में अभी इस सिलसिले में राज्यपाल कलराज मिश्र से चर्चा कर समय मांगा है. जिससे उनके समक्ष भी मौजूदा स्थिति रख सकें और उनसे हस्तक्षेप की मांग कर सकें.