जयपुर. प्रदेश में 50 नगर निकायों का चुनाव परिणाम सामने आने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. नगर निकाय के चुनावों में भाजपा की बजाय कांग्रेस और निर्दलीयों को ज्यादा सीटें मिली. जिसके बाद भाजपा ने प्रदेश सरकार पर जाति, धर्म के आधार पर वार्डों का परिसीमन कर जीत हासिल करने की बात कही है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने परिसीमन को लेकर एक बयान जारी कर कांग्रेस पर निशाना साधा.
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अपने बयान में कटारिया ने कहा कि कांग्रेस जीत का दावा कर रही है लेकिन दावों के विपरीत वस्तुस्थिति है. क्योंकि इन चुनाव में 64 प्रतिशत मतदान कांग्रेस के खिलाफ हुआ केवल 35 प्रतिशत नगरपालिका के पार्षद कांग्रेस जीत पाई है. इस जीत की वजह भी धर्म और जाति के आधार पर किया गया वार्डों का परिसीमन ही है. कटारिया के अनुसार जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की संख्या ज्यादा है वहां 300 से 350 तक वार्ड बनाए गए, जबकि हिंदू बहुल क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 12 से 15 के बीच रखी गई.
उन्होंने नगरपालिका का उदाहरण भी दिया और बताया कि यहां 35 में से 13 वार्ड भाजपा और 11 वार्ड कांग्रेस ने जीते जबकि एक निर्दलीय वार्ड की संख्या 5 में 300 मतदाता हैं. जिसमें एक समुदाय के मतदाताओं की संख्या 70 प्रतिशत है. इसी तरह वार्ड 20 में सभी मतदाता हिंदू है. उन्होंने सवाई माधोपुर का उदाहरण देते हुए कहा कि इस बात का सबूत है कि कांग्रेस ने केवल अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए गलत तरीके से वार्डों का परिसीमन किया है.
कटारिया के अनुसार इस चुनाव में 64 फ़ीसदी मतदाताओं ने यह साबित कर दिया कि उन्हें कांग्रेस पसंद नहीं है. कटारिया ने यह भी कहा कि चुनाव परिणाम के बाद भी सभापति और उपसभापति के चुनाव में लंबा अंतराल रखने के पीछे भी सरकार की नियत सही नहीं है. यह सारा खेल इस बात को स्पष्ट करता है कि इन दिनों जिस की ताकत धनबल और बाहुबल ज्यादा है वह चेयरमैन बना ले लेकिन लोकतंत्र और राजनीति में इस प्रकार की गिरावट सही नहीं कही जा सकती.