ETV Bharat / city

पदोन्नति में अनुपात को लेकर व्याख्याताओं और प्रधानाध्यापकों के विवाद को हमने जड़ से खत्म किया: डोटासरा

शिक्षा विभाग में कई नियमों में 50 साल बाद बदलाव हुए हैं. मंगलवार को राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा) की ओर से शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनन्दन किया गया.

गोविंद सिंह डोटासरा, govind singh dotasra
रेसा ने किया गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंनद
author img

By

Published : Jul 13, 2021, 3:37 PM IST

Updated : Jul 13, 2021, 3:48 PM IST

जयपुर. शिक्षा विभाग में कई नियमों में 50 साल बाद बदलाव हुए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट ने पिछले दिनों इन बदलावों पर मुहर लगाई है. लंबे समय बाद नियमों में बदलाव होने से शिक्षकों में खुशी की लहर है. इसके चलते मंगलवार को राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा) की ओर से शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंदन किया गया.

पढ़ेंः भाजयुमो की चेतावनी : BJP मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया तो मारेंगे लाठी...फोड़ेंगे सिर, पुलिस को भी नहीं छोड़ेंगे

राजधानी जयपुर में अल्बर्ट अल्बर्ट हॉल के पास स्काउड गाइड मैदान पर आयोजित इस समारोह में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का माला पहनाकर स्वागत किया गया. अतिरिक्त निदेशक और संयुक्त निदेशक पदोन्नति के लिए योग्यता में अनुभव कम करने, जिला शिक्षा अधिकारी के पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति का प्रावधान लागू करने, प्रधानाचार्य पदोन्नति में लीनियर चैनल लागू करने जैसे फैसलों से शिक्षकों में खुशी है और वे इसके चलते शिक्षा मंत्री का आभार जता रहे हैं.

रेसा ने किया गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंनद

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि 1970 के बाद पहली बार नियमों में संशोधन हुआ है. पदोन्नति में अनुपात को लेकर व्याख्याताओं और प्रधानाध्यापकों में हमेशा ही विवाद की स्थिति देखने को मिलती थी. लेकिन नियमों में संशोधन के बाद ये विवाद जड़ से खत्म हो गया है.

पढ़ें - इस मुद्दे पर UP सीएम योगी के साथ आए गहलोत के विधायक, राजस्थान के लिए भी की 'कानून' की मांग

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पदों को बढ़ाने पर भी मुहर लगाई है. शिक्षा मंत्री डोटासरा ने यह भी कहा कि शिक्षा के मामले में फिलहाल राजस्थान देश में तीसरे पायदान पर है. सरकार की मंशा है कि शिक्षा के मामले में राजस्थान देश में सिरमौर बने. उनका कहना है कि अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग से ही यहlलक्ष्य हासिल किया जा सकता है.

जयपुर. शिक्षा विभाग में कई नियमों में 50 साल बाद बदलाव हुए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट ने पिछले दिनों इन बदलावों पर मुहर लगाई है. लंबे समय बाद नियमों में बदलाव होने से शिक्षकों में खुशी की लहर है. इसके चलते मंगलवार को राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद (रेसा) की ओर से शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंदन किया गया.

पढ़ेंः भाजयुमो की चेतावनी : BJP मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया तो मारेंगे लाठी...फोड़ेंगे सिर, पुलिस को भी नहीं छोड़ेंगे

राजधानी जयपुर में अल्बर्ट अल्बर्ट हॉल के पास स्काउड गाइड मैदान पर आयोजित इस समारोह में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का माला पहनाकर स्वागत किया गया. अतिरिक्त निदेशक और संयुक्त निदेशक पदोन्नति के लिए योग्यता में अनुभव कम करने, जिला शिक्षा अधिकारी के पदों पर शत प्रतिशत पदोन्नति का प्रावधान लागू करने, प्रधानाचार्य पदोन्नति में लीनियर चैनल लागू करने जैसे फैसलों से शिक्षकों में खुशी है और वे इसके चलते शिक्षा मंत्री का आभार जता रहे हैं.

रेसा ने किया गोविंद सिंह डोटासरा का अभिनंनद

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि 1970 के बाद पहली बार नियमों में संशोधन हुआ है. पदोन्नति में अनुपात को लेकर व्याख्याताओं और प्रधानाध्यापकों में हमेशा ही विवाद की स्थिति देखने को मिलती थी. लेकिन नियमों में संशोधन के बाद ये विवाद जड़ से खत्म हो गया है.

पढ़ें - इस मुद्दे पर UP सीएम योगी के साथ आए गहलोत के विधायक, राजस्थान के लिए भी की 'कानून' की मांग

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पदों को बढ़ाने पर भी मुहर लगाई है. शिक्षा मंत्री डोटासरा ने यह भी कहा कि शिक्षा के मामले में फिलहाल राजस्थान देश में तीसरे पायदान पर है. सरकार की मंशा है कि शिक्षा के मामले में राजस्थान देश में सिरमौर बने. उनका कहना है कि अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग से ही यहlलक्ष्य हासिल किया जा सकता है.

Last Updated : Jul 13, 2021, 3:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.