जयपुर. केंद्र सरकार की कृषि कानूनों के खिलाफ जयपुर में हुए प्रदेश कांग्रेस के किसान सम्मेलन में कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने मोदी सरकार को जमकर घेरा. सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने कानूनों की कमियां उजागर की. राजधानी के बिरला सभागार में सुबह 10:30 बजे से आयोजित होने वाला किसान सम्मेलन करीब 1 घंटे देरी से शुरू हुआ. सम्मेलन में गहलोत मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ ही विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ही किसान संगठन के प्रतिनिधि शामिल हुए.
इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हम लोग समझते हैं कि ऐसे समय में हम यह आयोजन कर रहे हैं, जब कोरोना का संक्रमण सरकार के बेहतर प्रबंधन के बावजूद भी अभी तक पूरी तरीके से समाप्त नहीं हुआ है. लेकिन जिस प्रकार से केंद्र की सरकार कोरोना संक्रमण को खत्म करने के बजाय किसान को खत्म करने पर तुली हुई है और 3 काले कानून जो किसान के खिलाफ लाए गए हैं, उनके विरुद्ध में किसानों के बीच में जाकर इसके बारे में बताना पड़ेगा.
किसान कमजोर हुआ है...
डोटासरा ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के निर्देशानुसार सभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों, विधायकों और सांसदों को खड़ा होना पड़ेगा क्योंकि किसान का अगर कभी किसी ने भला किया है तो वह कांग्रेस पार्टी है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने जिस प्रकार से नोटबंदी का सफल प्रयास किया, उससे भी किसान को चोट पहुंची और किसान कमजोर हुआ.
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इसके बाद जीएसटी से छोटे व्यापारियों को खत्म करने की चेष्टा की गई. प्रधानमंत्री के उम्मीदवार घोषित होने के बाद नरेंद्र मोदी ने किसान की आय दोगुनी करने की बात और 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने की प्रति वर्ष बात कही थी. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार को बने हुए आज 7 साल हो गए, लेकिन इन 7 सालों में उन्होंने एक भी फैसला ऐसा नहीं किया जिससे किसानों का भला हो.
जिम्मेदारी से भागने के लिए यह कानून लेकर आई है...
डोटासरा ने कहा कि अब केंद्र सरकार तीन कानून लाई हैं, एक में मंडी व्यवस्था और समर्थन मूल्य को खत्म करने की बात है. जब किसान को समर्थन मूल्य ही नहीं मिलेगा तो मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी. बड़े-बड़े व्यापारी और बड़े-बड़े उद्योगपति आकर किसान को फसल का दोगुना मूल्य देने का झांसा देकर चले जाएंगे. सरकार अपनी जिम्मेदारी से भागने की कोशिश करने के लिए यह कानून लेकर आई है.
उन्होंने कहा कि दूसरा जो कानून कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का है, देश में एक भी ऐसा एमओयू नहीं है जो राजस्थान में नहीं बल्कि हिंदुस्तान में कहीं भी हिंदी में बना हो. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का धर्म है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता किसान के साथ खड़ा हो. धूप में हो छांव में हो उसकी इज्जत बचाने का काम उसकी रोजी-रोटी बचाने का काम कांग्रेस पार्टी को करना पड़ेगा.
कार्यक्रम में कोरोना गाइडलाइन की पालना
बता दें, सम्मेलन में पिछली गलतियों से सबक लेते हुए प्रदेश कांग्रेस ने इस कार्यक्रम में कोरोना वायरस गाइडलाइन की पालना की. कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना और बिना मास्क के किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया गया.