जयपुर. राजस्थान सरकार ने साल 2018 के अपने विधानसभा चुनाव के जन घोषणा पत्र में किए गए कामों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया. इस रिपोर्ट कार्ड के जरिए यह दावा किया जा रहा है कि चुनाव घोषणा पत्र में किए गए 501 वादों में से 252 वादे पूरे कर दिए गए हैं. वहीं 173 वादों पर काम चल रहा है. केवल 15% काम ही ऐसे हैं, जिन पर अभी काम होना बाकी है.
साल 2018 में चुनाव जीत कर आने के साथ ही राजस्थान की गहलोत सरकार पर लगातार किसानों के कर्ज माफी और बेरोजगारों की समस्याओं की चुनावी घोषणाओं को लेकर सवाल पूछे जा रहे थे. ऐसे में सरकार ने 18 महीने के बाद ही अब अपना पहला रिपोर्ट कार्ड पेश कर दिया है. शुक्रवार को गांधी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस रिपोर्ट कार्ड को पेश करना था, लेकिन अचानक तबीयत खराब होने के चलते मंत्रियों की तरफ से यह रिपोर्ट कार्ड पेश किया गया.
माकन ने की सरकार की तारीफ
कांग्रेस की तरफ से राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और राजस्थान प्रभारी अजय माकन भी इस कार्यक्रम में वर्चुअल तरीके से मौजूद रहे. राजस्थान सरकार ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को सरकारी दस्तावेज बनाकर काम करने का संकल्प फिर से दोहराया है. इस दौरान प्रभारी अजय माकन ने कहा कि इससे बेहतर कोई भी सरकार काम नहीं कर सकती थी. राजस्थान सरकार की कामकाजी परफॉर्मेंस काफी अच्छी है, जन घोषणा को सबसे पहले अशोक गहलोत ने ही सरकारी दस्तावेज बनाया.
डोटासरा ने मेनिफेस्टो के इतर भी कई कामों को गिनाया
माकन ने कहा कि केवल 21 महीनों में ही तेजी से घोषणाओं पर अमल हुआ है. हर सरकार को 60 महीने कामकाज के लिए मिलते हैं. ऐसे में बाकी योजनाओं को पूरा करने के लिए अभी 39 महीने कांग्रेस के पास हैं. उन्होंने कहा कि अब संगठन की बारी है और संगठन सरकार की कोशिशों को आगे बढ़ाकर इन कामों को जनता तक पहुंचाएगा. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कहा कि सरकार ने अपने मेनिफेस्टो के काम तो पूरे किए ही हैं. इसके साथ ही ऐसे भी कई काम थे जो मेनिफेस्टो में नहीं थे, लेकिन जनता के हितों को देखते हुए उन कामों को भी किया गया है.