जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के कद्दावर किसान नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रहे परसराम मदेरणा की शुक्रवार को जयंती है. मदेरणा को श्रद्धांजलि देने कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे गोविंद डोटासरा ने केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
डोटासरा ने कहा कि परसराम मदेरणा अपने पूरे जीवन में किसान, गरीब और दलित के हित की बात करते रहे, लेकिन दुर्भाग्य से अब केंद्र की सत्ता में ऐसे लोग बैठे हैं, जो किसान का वोट लेकर सत्ता में आए तो गए, लेकिन अब उसी किसान के विरोध में तीन काले कानून थोप दिए हैं. इसके साथ ही किसानों के लिए केंद्र के मंत्री गुंडा, मवाली और उग्रवादी जैसे शब्द इस्तेमाल कर रहे हैं.
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आज 8 महीने बाद भी किसानों की मांगों पर केंद्र सरकार सुनवाई नही कर रही. उल्टा उनकी विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी किसान मवाली कह रही हैं. इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है कि जो किसान जमीन का सीना चीर कर खून पसीने से पूरे देश और दुनिया का पेट पालता है और जिस किसान के वोट से चाहे राज्य सरकार हो या फिर केंद्र सरकार सत्ता पाती है, उसी किसान की सुनवाई नहीं हो रही है.
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उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को परसराम मदेरणा जैसे किसान नेताओं सीखना चाहिए की कैसे किसान के हित में काम किया जाता है. डोटासरा ने कहा कि अगर मदेरणा को किसानों के हित में कानून बदलने होते तो वो एक मिनट में फैसला ले लेता. लेकिन, दुर्भाग्य है कि जो लोग अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे वही लोग सत्ता में आ गए हैं. ऐसे में अब परसराम मदेरणा जैसे नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम सब मिलकर किसान के साथ खड़े हों और किसान के हक में आवाज बुलंद करें और मोदी सरकार सत्ता से बाहर कर दें.